युक्तियुक्तकरण विवाद: “न नई जगह ज्वाइनिंग, न अपील मंजूर… अब निलंबन तय !”

138 शिक्षकों पर मंडराया निलंबन का खतरा, 18 जुलाई तक था ज्वाइनिंग का अंतिम मौका
दुर्ग (शिखर दर्शन) // जिले में युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत स्थानांतरित किए गए शिक्षकों के लिए जिला शिक्षा विभाग ने ज्वाइनिंग की अंतिम तारीख 18 जुलाई तय की थी। निर्धारित समयसीमा समाप्त होने के बावजूद 138 शिक्षकों ने अभी तक अपने नए कार्यस्थलों पर योगदान नहीं दिया है। अब इन शिक्षकों पर निलंबन की कार्रवाई तय मानी जा रही है।
जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) अरविंद मिश्रा ने बताया कि शिक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि वे 18 जुलाई तक अनिवार्य रूप से नए स्थानों पर कार्यभार ग्रहण करें। इसके बावजूद बड़ी संख्या में शिक्षकों ने आदेश का पालन नहीं किया। अब विकासखंड शिक्षा अधिकारियों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर सोमवार को समीक्षा कर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, युक्तियुक्तकरण के बाद 636 शिक्षकों की जिला स्तर पर और 286 शिक्षकों की संभाग स्तर पर काउंसिलिंग की गई थी। अधिकांश को मौके पर ही ज्वाइनिंग आदेश भी दे दिए गए थे। लेकिन कई शिक्षकों ने विषय परिवर्तन, गंभीर बीमारी, लंबी दूरी और वरिष्ठता की अनदेखी का हवाला देकर स्थानांतरण को चुनौती दी और हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी।
147 शिक्षकों ने जिला स्तरीय समिति में अपील की थी, जिनमें से केवल 9 प्रकरणों को समिति ने स्वीकार कर उन्हें मूल स्थान पर वापस भेजने का आदेश दिया। बाकी 138 मामलों को अमान्य घोषित कर दिया गया। इसके बावजूद प्रभावित शिक्षकों ने न तो कार्यभार ग्रहण किया और न ही शिक्षण व्यवस्था को सामान्य होने दिया।
इससे स्कूलों की पढ़ाई और प्रशासनिक व्यवस्था प्रभावित हो रही थी। इसे देखते हुए 16 जुलाई को डीईओ ने एक 11 पृष्ठीय सर्कुलर जारी कर 138 शिक्षकों की सूची सार्वजनिक करते हुए उन्हें अंतिम अवसर देते हुए 18 जुलाई तक ज्वाइनिंग देने का निर्देश दिया था।
अब जबकि समयसीमा समाप्त हो चुकी है, जिला शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। यदि सोमवार तक भी संबंधित शिक्षक कार्यभार नहीं ग्रहण करते हैं तो उन पर निलंबन की गाज गिरना तय है।