मां है या शैतान? पाप छुपाने 7 माह के भ्रूण की कराई हत्या, अस्पताल गेट पर छोड़ भागी, कुत्ते नोंचने लगे तब हुआ खुलासा

सिंगरौली ( शिखर दर्शन )
मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में एक घोर और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने स्थानीय जनता के साथ-साथ मानवता के समर्थकों को भी हिला कर रख दिया है। एक महिला ने अपने कृत्य से न केवल मानवीय संवेदनाओं को ठेस पहुँचाई, बल्कि माँ के रूप में उसके प्रतिष्ठान को भी कलंकित कर दिया। बताया जा रहा है कि महिला ने अपने पाप छुपाने के प्रयास में 7 माह का भ्रूण गिरवाया और अस्पताल के मुख्य द्वार पर उसे छोड़कर फरार हो गई।
कड़वा सच: अस्पताल के बाहरी क्षेत्र में भ्रूण का परित्याग
हताशा की इस घड़ी में अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के आपातकालीन गेट पर एक अद्भुत दृश्य सामने आया। अस्पताल में दाखिल होते ही आने-जाने वाले मरीजों और कर्मचारियों ने देखा कि कुत्ते खुलेआम उस भ्रूण के शव को चाटने लगे। इस असहनीय घटना ने सभी के मुँह से दहशत के स्वर निकलवा दिए। बताया जा रहा है कि मौके पर मौजूद लोगों ने कुत्तों को भगाने की कोशिश की, पर वह घबराहट में स्थिति को और अधिक नाटकीय बना गया।
त्वरित कार्रवाई: प्रशासन और पुलिस की जांच
घटनास्थल पर तुरंत पहुंचने वाले जिला अस्पताल के सीएमएचओ पंकज सिंह ने कार्रवाई करते हुए शव को कपड़े में ढकवाकर मोर्चरी में सुरक्षित रखा। इसी क्रम में ड्यूटी डॉक्टर ने नजदीकी थाने में तुरंत सूचना दी, जिसके पश्चात जिले की पुलिस ने मामले की गहन जांच प्रारंभ कर दी है। अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज आजमाई जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस निर्दयी अपराध के पीछे कौन निहित है।
सामाजिक और नैतिक प्रश्न
यह मामला समाज में नैतिकता और मानवता से जुड़े गहरे सवाल उठाता है। माँ का दर्जा भारतीय समाज में अत्यंत पूजनीय है और उसकी इज्जत से खिलवाड़ होना, विशेष रूप से ऐसे संवेदनशील मुद्दे में, लोगों में आक्रोश और निराशा उत्पन्न कर रहा है। अपराध की इस घड़ी में स्थानीय प्रशासन और पुलिस से अपील की जा रही है कि वे मामले की सख्त जांच करें और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें।
आगे की जांच और संभावित कदम
पुलिस द्वारा चल रहे प्रारंभिक जांच में यह देखा जा रहा है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कोई व्यक्ति या समूह किस तरह से शामिल हो सकता है। सीसीटीवी फुटेज से मामले की गंभीरता और घटना की सटीकता का पता चलने की उम्मीद जताई जा रही है। प्रशासन ने भी जनता को आश्वस्त किया है कि ऐसे घटनाक्रमों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ न्याय संगत कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष:
सिंगरौली में यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत कृत्य का प्रतिबिंब है, बल्कि यह समाज में नैतिकता और संवेदनशीलता की कमी को भी उजागर करती है। जब एक माँ के रूप में उसे जो सम्मान और पहचान दी जाती है, उसी पर ऐसा अकल्पनीय अपराध होता है, तो यह हम सभी के लिए एक चेतावनी है कि मानवीय मूल्यों को बचाने के लिए हमें सजग और जागरूक रहने की आवश्यकता है। पुलिस और संबंधित अधिकारियों की जांच से आशा की जा रही है कि इस घोर घटना के पीछे के सभी पहलुओं का प्रामाणिकता से पर्दाफाश होगा।