मध्यप्रदेश में मूसलधार बारिश का कहर: 16 जिलों में बाढ़ का खतरा, मौसम विभाग ने जारी किया रेड और ऑरेंज अलर्ट

भोपाल (शिखर दर्शन) // मध्यप्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है और आसमान से आफत बरसने लगी है। प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश का दौर जारी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को दतिया, भिंड और मुरैना जिलों के लिए रेड अलर्ट, जबकि राजगढ़, मंदसौर और शिवपुरी के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
बीते 24 घंटे में छतरपुर जिले में सबसे ज्यादा वर्षा रिकॉर्ड की गई। खजुराहो में 6 इंच, सतना में 5.7 इंच, नौगांव में 5.2 इंच, रीवा में 2.3 इंच, और ग्वालियर में 1.8 इंच बारिश दर्ज की गई। इस भारी बारिश ने निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है।
14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में ट्रफ लाइन और डिप्रेशन के सक्रिय होने से एक मजबूत वर्षा प्रणाली बनी हुई है। इसके चलते ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, आगर-मालवा, राजगढ़, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, डिंडौरी और अनूपपुर समेत 14 जिलों में अगले 24 घंटों में 4.5 इंच तक बारिश होने की संभावना जताई गई है।
इन 16 जिलों में मंडरा रहा बाढ़ का खतरा
लगातार हो रही बारिश के चलते ग्वालियर, छतरपुर, दमोह, कटनी, पन्ना, सागर, सतना, टीकमगढ़, अशोकनगर, दतिया, गुना, मुरैना, राजगढ़, श्योपुर, शिवपुरी और विदिशा जैसे 16 जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। नदियों और नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
अगले 24 घंटे बेहद अहम
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले 24 घंटे प्रदेश के कई हिस्सों के लिए संवेदनशील हैं। हालांकि, शनिवार से मानसून की गतिविधियों में कुछ कमी आने की संभावना है, लेकिन तब तक भारी बारिश और बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन और जनता दोनों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
सुझाव: मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, नदियों व नालों के आसपास न जाएं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।