हाईटेक नकल के बाद व्यापमं ने बदले नियम: अब परीक्षाओं में नहीं पहन सकेंगे जूते-ज्वेलरी, हाव-भाव से इशारा करना भी पड़ेगा भारी

सब इंजीनियर भर्ती परीक्षा के नियमों में बड़ा बदलाव: चप्पल पहनकर ही मिलेगा एंट्री, फुल बांह के कपड़े और ज्वेलरी पर रोक
रायपुर (शिखर दर्शन) // छत्तीसगढ़ व्यापमं की पीडब्ल्यूडी सब इंजीनियर भर्ती परीक्षा में नकल की हाईटेक कोशिशों के बाद अब परीक्षा नियमों में सख्ती कर दी गई है। व्यापमं ने रविवार को बिलासपुर के एक परीक्षा केंद्र में पकड़ी गई नकल के मामले को गंभीरता से लेते हुए नई गाइडलाइन जारी की है। ये नियम आगामी 20 जुलाई को होने वाली परीक्षा से लागू होंगे।
अब केवल चप्पल से मिलेगी एंट्री, जूतों पर प्रतिबंध
व्यापमं द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, परीक्षा केंद्रों में अब अभ्यर्थी केवल चप्पल पहनकर ही प्रवेश कर सकेंगे। जूते पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। इसके साथ ही कान में पहनने वाली ज्वेलरी, हाथों में घड़ी, और फुल बांह के कपड़े भी बैन किए गए हैं। परीक्षा में केवल हल्के रंग के और आधी बांह के कपड़े पहनने की अनुमति होगी।
परीक्षा केंद्र में समय से पहले पहुंचना अनिवार्य
नए नियमों के तहत, परीक्षा प्रारंभ होने से ठीक 15 मिनट पहले परीक्षा केंद्र के द्वार बंद कर दिए जाएंगे। इसलिए परीक्षार्थियों को समय से कम से कम आधा घंटा पहले केंद्र पर पहुंचना जरूरी होगा। केंद्र के स्थान की जानकारी पहले से लेना परीक्षार्थी की जिम्मेदारी होगी।
परीक्षा के दौरान बाहर जाना मना
परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले और अंतिम आधे घंटे के दौरान अभ्यर्थियों को कक्ष से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी। यह कदम नकल और किसी भी प्रकार के संवाद को रोकने के लिए उठाया गया है।
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर पूरी तरह बैन
परीक्षा केंद्रों में मोबाइल फोन, स्मार्टवॉच, ब्लूटूथ डिवाइस, इयरफोन, कैलकुलेटर या किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक और संचार उपकरण लाना सख्त मना है। अगर कोई अभ्यर्थी इन वस्तुओं के साथ पकड़ा गया, तो उस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
अनुशासनहीनता पर सख्त कार्रवाई
व्यापमं ने साफ किया है कि परीक्षा के दौरान फुसफुसाना, चिल्लाना, इशारे करना, अधिकारियों के निर्देशों का पालन न करना, दुर्व्यवहार या किसी प्रकार का विवाद करने पर कड़ी कार्रवाई होगी। परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए यह कदम अनिवार्य बताया गया है।
निष्कर्ष: व्यापमं द्वारा उठाए गए ये सख्त कदम परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। परीक्षार्थियों को चाहिए कि वे समय पर परीक्षा केंद्र पहुंचें और सभी नियमों का पूरी गंभीरता से पालन करें।