‘जब हिंदू देवताओं में विश्वास नहीं, फिर काम क्यों कर रहे…’: तिरुपति मंदिर में गैर-हिंदुओं की नियुक्ति पर केंद्रीय मंत्री का ऐतराज़, तत्काल हटाने की मांग

टीटीडी में गैर-हिंदुओं की भर्ती पर केंद्रीय मंत्री बंदी संजय कुमार का सवाल: जांच की उठाई मांग, कहा- आस्था नहीं तो सेवा क्यों ?
तिरुमाला (शिखर दर्शन) //
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार ने शुक्रवार, 11 जुलाई को अपने जन्मदिन के अवसर पर भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए तिरुमाला पहुंचे। इस दौरान उन्होंने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) में गैर-हिंदू कर्मचारियों की नियुक्तियों पर गंभीर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लगभग 1,000 गैर-हिंदू कर्मचारी, जो न तो सनातन धर्म में आस्था रखते हैं और न ही भगवान वेंकटेश्वर में श्रद्धा, टीटीडी जैसे पवित्र धार्मिक संस्थान में सेवा दे रहे हैं।
पत्रकारों से चर्चा में संजय कुमार ने तीखे सवाल उठाए—”जब आम श्रद्धालु को मंदिर में प्रवेश के लिए अपनी आस्था प्रकट करनी होती है, तो ऐसे में बिना श्रद्धा के लोग इस संस्था में नौकरी कैसे कर रहे हैं?” उन्होंने एक ताजा मामले का जिक्र किया, जिसमें टीटीडी का एक कर्मचारी चर्च में नियमित उपस्थिति के चलते निलंबित किया गया।
‘हिंदू आस्था की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं’
संजय कुमार ने कहा कि गैर-हिंदू कर्मचारियों की नियुक्तियां सिर्फ आस्था के खिलाफ नहीं, बल्कि हिंदू श्रद्धालुओं की भावनाओं का भी अपमान हैं। उन्होंने सवाल उठाया—”क्या कभी मस्जिदों या चर्चों में किसी हिंदू को माथे पर बोट्टू (टीका) लगाकर नौकरी दी जाती है? अगर नहीं, तो टीटीडी में ये छूट क्यों दी जा रही है?” उन्होंने इस प्रथा को तत्काल समाप्त करने की मांग करते हुए कहा कि यह किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।
‘गहन जांच की जरूरत’
केंद्रीय मंत्री ने टीटीडी में गैर-हिंदू कर्मचारियों की वास्तविक संख्या की जांच के लिए विशेष जांच दल बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस तरह की नियुक्तियों में संभवतः गंभीर अनियमितताएं छिपी हो सकती हैं, जिनकी पारदर्शी जांच जरूरी है। उन्होंने यह भी पूछा कि सरकारें बदलने के बाद भी इस परंपरा को क्यों जारी रखा गया?
‘धार्मिक संस्थाओं की पवित्रता बनी रहे’
अपने जन्मदिन पर भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के बाद संजय कुमार ने शांति, समृद्धि और सनातन धर्म की रक्षा के लिए प्रार्थना की। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दीर्घायु की कामना की। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। अमित शाह ने उन्हें व्यक्तिगत फोन कॉल के जरिए भी बधाई दी।
‘टीटीडी मंदिरों की दशा सुधारे’
संजय कुमार ने टीटीडी से तेलुगु भाषी राज्यों के प्राचीन मंदिरों की स्थिति सुधारने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कई छोटे मंदिर दैनिक अनुष्ठानों के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे मंदिरों की पहचान कर आवश्यक धनराशि के तत्काल आवंटन की मांग की।
साथ ही उन्होंने करीमनगर में श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के शीघ्र निर्माण, इल्लंदकुंटा राम मंदिर और कोंडागट्टू अंजनेय स्वामी मंदिर के लिए भी विशेष फंडिंग की आवश्यकता जताई।
‘सनातन धर्म की रक्षा के लिए एकजुट हों’
अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री ने सभी भक्तों और नागरिकों से आग्रह किया कि वे सनातन धर्म की रक्षा के लिए एकजुट हों और टीटीडी जैसी धार्मिक संस्थाओं की पवित्रता बनाए रखने के लिए सजग रहें। उन्होंने कहा कि आस्था से जुड़ी संस्थाओं में नियुक्तियों को मूल्य आधारित और पारदर्शी बनाया जाना चाहिए।