महिला से हैवानियत: छेड़छाड़ से बचकर भागी तो सैलून संचालक ने बनाया बंधक, पूरी रात करता रहा दुष्कर्मधरसींवा, रायपुर में शर्मसार कर देने वाली वारदात; पुलिस ने दोनों आरोपियों को किया गिरफ्तार

रायपुर ( शिखर दर्शन ) //
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगे धरसींवा थाना क्षेत्र में महिला के साथ हुई क्रूरता ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। पहले छेड़छाड़, फिर बंधक बनाकर पूरी रात बलात्कार—यह विभत्स वारदात न केवल अपराधियों के बढ़ते हौसले को दिखाती है, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल भी खड़े करती है।
मामला धरसींवा थाना क्षेत्र के सांकरा गांव का है, जहां बिरगांव से घरेलू काम के लिए लाई गई एक महिला के साथ 30 जून को अमानवीय अपराध हुआ। पीड़िता ने बताया कि गांव के ही शिव धृतलहरे (39), निवासी मेघा मेडिकल के पीछे, सांकरा ने पहले उससे जबरदस्ती की और हाथ पकड़कर छेड़छाड़ करने लगा। महिला ने किसी तरह खुद को बचाकर पास की एक सैलून दुकान में शरण ली, लेकिन वहां भी उसे दरिंदगी का सामना करना पड़ा।
“खुशी सैलून” के संचालक योगेश सेन (40), निवासी कुरूद सिलयारी, ने महिला की हालत का फायदा उठाते हुए दुकान का शटर बंद कर उसे अंदर ही बंधक बना लिया। महिला के बयान के अनुसार, रातभर उसके साथ मारपीट कर बलात्कार किया गया। बार-बार जान से मारने की धमकी दी गई और मदद के लिए चिल्लाने पर भी उसे बाहर निकलने नहीं दिया गया।
घटना की शिकायत 1 जुलाई को पीड़िता और उसकी बेटी ने पुलिस सहायता केंद्र, सिलतरा में की। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए दोनों आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 315/25 के तहत धाराएं 75, 351(2), 115(2), 64(2)(ढ), 127(2), 3(5) में केस दर्ज किया।
धरसींवा थाना पुलिस की तत्परता से दोनों आरोपी—शिव धृतलहरे और योगेश सेन—को 2 जुलाई को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है और स्थानीय लोग महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
यह घटना बताती है कि ग्रामीण और अर्धशहरी क्षेत्रों में महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अब भी बड़ी खामियां मौजूद हैं। पुलिस की शुरुआती कार्रवाई सराहनीय जरूर है, लेकिन इस मामले में सख्त सजा और तेज न्यायिक प्रक्रिया की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाएं दोहराई न जा सकें।