पीएम मोदी का पांच देशों का ऐतिहासिक आठ दिवसीय विदेश दौरा शुरू

नई दिल्ली (शिखर दर्शन) // प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पांच देशों के दौरे पर रवाना हो गए हैं। यह उनकी अब तक की सबसे लंबी और महत्वाकांक्षी डिप्लोमेटिक यात्रा है, जो 9 जुलाई तक चलेगी। इस दौरान वे अफ्रीका, कैरेबियन, दक्षिण अमेरिका के देशों और ब्राज़ील में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। मोदी इस यात्रा में घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राज़ील और नामीबिया जाएंगे।
घाना: 30 साल बाद भारत के प्रधानमंत्री का पहला दौरा
मोदी की पहली मंजिल पश्चिम अफ्रीका का लोकतांत्रिक देश घाना है, जहां 30 वर्षों में यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है। यहां भारत-घाना संबंधों को नयी दिशा देने पर ध्यान केंद्रित होगा। घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा से मुलाकात, औपचारिक स्वागत, प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता और द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा इस यात्रा के मुख्य आयोजन हैं। कृषि, वैक्सीन विकास, रक्षा, महत्वपूर्ण खनिज और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। पीएम मोदी 3 जुलाई को घाना की संसद को भी संबोधित करेंगे।

त्रिनिदाद और टोबैगो: सांस्कृतिक और प्रवासी संबंधों का उत्सव
3-4 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी कैरेबियाई देश त्रिनिदाद और टोबैगो का दौरा करेंगे। यह 1999 के बाद भारत के प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। यहाँ 180वीं भारतीय प्रवासियों की वर्षगांठ मनाई जा रही है, जो दोनों देशों के गहरे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक बंधनों को दर्शाती है। 40-45% आबादी भारतीय मूल की है। मोदी राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर से मिलेंगे तथा फार्मास्यूटिकल्स, रिन्यूएबल ऊर्जा, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और कृषि जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे। वे त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे। इस दौरे के दौरान कई द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर की उम्मीद है।

अर्जेंटीना: 57 वर्षों में पहली द्विपक्षीय यात्रा
4-5 जुलाई को पीएम मोदी अर्जेंटीना में रहेंगे। यह 57 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली के निमंत्रण पर यह दौरा किया जा रहा है। यहां व्यापार, रक्षा, कृषि, खनन, तेल-गैस, नवीकरणीय ऊर्जा और डिजिटल इनोवेशन जैसे विषयों पर चर्चा होगी। 2019 में स्थापित रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने का उद्देश्य है।
ब्राजील: ब्रिक्स शिखर सम्मेलन और द्विपक्षीय वार्ता
5-8 जुलाई तक प्रधानमंत्री मोदी ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। ब्राज़ील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा की मेजबानी में ब्रासीलिया की राजकीय यात्रा भी शामिल है। यह मोदी की ब्राजील की चौथी यात्रा होगी। ब्रिक्स सम्मेलन में ग्लोबल गवर्नेंस, शांति और सुरक्षा, बहुपक्षवाद, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जलवायु कार्रवाई और ग्लोबल हेल्थ जैसे मुद्दे प्रमुख रहेंगे। 8 जुलाई को पीएम मोदी और राष्ट्रपति लूला के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी, जिसमें व्यापार, रक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, खनन, अंतरिक्ष और डिजिटल इंफ्रा पर जोर दिया जाएगा।

नामीबिया: ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूती
9 जुलाई को मोदी नामीबिया पहुंचेंगे, जो उनकी इस अफ्रीकी देश की पहली यात्रा है। यह 27 वर्षों में नामीबिया की पहली द्विपक्षीय यात्रा भी होगी। राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवा के निमंत्रण पर होने वाले इस दौरे में औपचारिक स्वागत, स्वतंत्रता संग्राम के नायक डॉ. सैम नुजोमा को श्रद्धांजलि, द्विपक्षीय वार्ता और संसद को संबोधित करना शामिल है। भारत और नामीबिया के बीच 600 मिलियन डॉलर के व्यापार और 800 मिलियन डॉलर के भारतीय निवेश खासकर जिंक और डायमंड प्रोसेसिंग में चर्चा का विषय होंगे।

यात्रा का उद्देश्य और महत्व
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा ग्लोबल साउथ के साथ भारत के रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाली मानी जा रही है। इस दौरे से द्विपक्षीय व्यापार, निवेश और विकास साझेदारी में वृद्धि की उम्मीद है। साथ ही 2026 में भारत की ब्रिक्स अध्यक्षता की तैयारियों को भी यह दौरा मजबूत करेगा। वैश्विक मंच पर भारत और ग्लोबल साउथ की आवाज़ को और बुलंद करने में इस यात्रा का महत्वपूर्ण योगदान होगा।