अंतरराष्ट्रीय योग दिवस विशेष: केवल व्यायाम नहीं, जीवन जीने की कला है योगयोग से मिलता है तन, मन और आत्मा का संतुलन, जानिए नियमित अभ्यास के 10 अद्भुत लाभ

नई दिल्ली (शिखर दर्शन) // योग एक प्राचीन भारतीय परंपरा है, जिसे हजारों साल पहले हमारे ऋषियों ने विकसित किया था। यह केवल शरीर को सक्रिय करने वाली एक साधारण कसरत नहीं है, बल्कि यह एक समग्र जीवनशैली है जिसमें शारीरिक मुद्रा (आसन), श्वास पर नियंत्रण (प्राणायाम) और ध्यान का अद्भुत संयोजन शामिल है।
हर साल 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाया जाता है ताकि दुनिया भर के लोग इस दिव्य परंपरा के महत्व को समझें और अपनाएं। आज के तनावपूर्ण जीवन में योग सिर्फ सेहत का नहीं, बल्कि मानसिक और आत्मिक संतुलन का भी आधार बन गया है।

नियमित योग अभ्यास से होने वाले 10 जबरदस्त फायदे:
1. मानसिक स्वास्थ्य में सुधार
योग में शामिल ध्यान और प्राणायाम तनाव, चिंता और डिप्रेशन को कम करते हैं। इससे मस्तिष्क में सिरोटोनिन और डोपामिन जैसे रसायनों का स्तर संतुलित रहता है, जिससे मूड अच्छा बना रहता है।
2. नींद की गुणवत्ता बढ़ती है
योग से शरीर और मस्तिष्क को शांति मिलती है, जिससे अनिद्रा जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। योग निद्रा विशेष रूप से गहरी और आरामदायक नींद के लिए उपयोगी है।
3. हृदय को स्वस्थ बनाए रखता है
नियमित योग से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है, कोलेस्ट्रॉल कम होता है और हृदय रोगों का खतरा घटता है।
4. शरीर को लचीलापन और मजबूती प्रदान करता है
योग से मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जोड़ों में लचीलापन आता है और शरीर का ढांचा संतुलित रहता है।
5. एकाग्रता और ध्यान शक्ति बढ़ती है
नियमित योगाभ्यास से मन शांत होता है और ध्यान केंद्रित करना आसान हो जाता है। इससे पढ़ाई, कार्य और अन्य मानसिक गतिविधियों में बेहतर प्रदर्शन होता है।
6. पाचन तंत्र होता है मजबूत
पवनमुक्तासन, वज्रासन जैसे योगासन पाचन क्रिया को सुधारते हैं और गैस, एसिडिटी व कब्ज की समस्याओं को दूर करते हैं।
7. रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
योग शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाता है, जिससे मौसमी बीमारियों और संक्रमणों से लड़ने की ताकत मिलती है।
8. रीढ़ और पोस्चर को ठीक करता है
लंबे समय तक बैठकर काम करने वालों को पीठ दर्द, गर्दन के तनाव से राहत दिलाता है और शरीर की मुद्रा सही करता है।
9. हार्मोन संतुलन में सहायक
कुछ विशेष योगासन थायराइड और मधुमेह जैसे हार्मोनल असंतुलन में लाभकारी साबित होते हैं।
10. आत्म-ज्ञान और शांति की अनुभूति
योग न केवल शरीर का बल्कि आत्मा का भी शुद्धिकरण करता है। ध्यान और प्राणायाम से आंतरिक शांति, संतुलन और आध्यात्मिक जागरूकता मिलती है।
योग को दैनिक जीवन में अपनाने के आसान उपाय:
- सुबह: सूर्य नमस्कार, प्राणायाम और ध्यान से दिन की शुरुआत करें।
- दोपहर: भोजन के बाद कुछ देर वज्रासन में बैठें।
- शाम: त्रिकोणासन, भुजंगासन और शवासन जैसे योगासन करें।
- रात: सोने से पहले योग निद्रा और अनुलोम-विलोम का अभ्यास करें।
निष्कर्ष:
योग कोई एक दिन की क्रिया नहीं, बल्कि यह जीवन जीने की एक विज्ञानसंगत, आध्यात्मिक और स्वास्थ्यवर्धक विधि है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस केवल एक प्रतीक है, पर योग को यदि हम प्रतिदिन का हिस्सा बना लें, तो यह जीवन में चमत्कारी बदलाव ला सकता है।
हर दिन करें योग, हर दिन रहें निरोग।