राम दरबार की दिव्यता से गूंजा अयोध्या: श्रीराम मंदिर में द्वितीय प्राण प्रतिष्ठा विधिवत प्रारंभविशेष अवसर पर गंगा दशहरा के दिन अभिजीत मुहूर्त में की जा रही राम दरबार की स्थापना

अयोध्या (शिखर दर्शन) // श्रीराम मंदिर, अयोध्या में बहुप्रतीक्षित द्वितीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह आज वैदिक विधियों के साथ शुभारंभ हुआ। इस पावन अनुष्ठान के अंतर्गत भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी सहित राम दरबार की प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधिपूर्वक की जा रही है। मंदिर परिसर भक्ति, श्रद्धा और सांस्कृतिक चेतना के इस अनुपम उत्सव से आलोकित हो उठा है।
प्राण प्रतिष्ठा के लिए 17 मिनट का अभिजीत मुहूर्त निर्धारित किया गया है, जो प्रातः 11:25 से 11:40 बजे तक है। इसी शुभ काल में श्रीराम दरबार की स्थापना की जा रही है। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर वैदिक मंत्रों की गूंज से दिव्य वातावरण में परिवर्तित हो गया है। समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अनेक संत-महात्मा और श्रद्धालु उपस्थित हैं।
श्रीराम के सभी भाइयों की प्रतिमाएं भी होंगी स्थापित
राम दरबार में भगवान श्रीराम के साथ माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमाएं प्रतिष्ठित की जा रही हैं। इसके अतिरिक्त भगवान राम के अन्य तीनों भ्राता—भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न की प्रतिमाएं भी दरबार में विराजमान की जाएंगी। राम दरबार की स्थापना श्रीराम मंदिर की पहली मंजिल पर की जा रही है।
इसके बाद मंदिर के परकोटे में स्थित अन्य छह मंदिरों में भी विभिन्न देवी-देवताओं की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस पावन आयोजन के लिए गंगा दशहरा जैसे पुण्य दिवस को चुना गया है, जो संयोगवश धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ माना जाता है।
यह आयोजन प्रभु श्रीराम की दिव्यता और भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं के प्रति श्रद्धा को नई ऊर्जा प्रदान कर रहा है। देशभर के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना अयोध्या आज एक बार फिर आध्यात्मिक जागरण का गवाह बना है।