भारत में कोरोना की फिर से बढ़ती परेशानी: 27 राज्यों में फैला नया वैरिएंट, 24 घंटे में 7 मौतें, एक्टिव केस 4300 से ऊपर
भारत में कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है। देश के 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना का नया वैरिएंट तेजी से फैल रहा है। पिछले 24 घंटे में 7 लोगों की मौत हुई है, जिससे कुल मृतकों की संख्या 44 तक पहुंच गई है। वहीं, सक्रिय केस 4302 से भी अधिक हो चुके हैं। मंगलवार को देशभर में 300 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा 108 मामले गुजरात और 86 महाराष्ट्र से रिपोर्ट हुए हैं।
कोरोना की बढ़ती रफ्तार ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना के नए वैरिएंट्स से जनवरी से अब तक 44 मौतें हो चुकी हैं, जिनमें से 37 मौतें पिछले 5 दिनों में हुई हैं। महाराष्ट्र में मंगलवार को 4 लोगों की मौत हुई, जिससे यहां कुल मृतकों की संख्या 14 पहुंच गई। दिल्ली, गुजरात और तमिलनाडु में भी एक-एक मौत दर्ज हुई है।
सबसे ज्यादा केस केरल में, महाराष्ट्र और दिल्ली भी बढ़त पर
केरल में अब तक सबसे अधिक 1373 एक्टिव केस दर्ज हैं, जबकि महाराष्ट्र में 510 और दिल्ली में 483 सक्रिय मामले हैं। उत्तर प्रदेश में 201 सक्रिय केस हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने इन राज्यों में तेजी से बढ़ रहे मामलों को लेकर अलर्ट जारी किया है। खासकर दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में कोरोना के मामलों में चिंता बढ़ी है।
24 घंटे में 276 नए मामले, केरल, गुजरात और दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे में देशभर में 276 नए कोरोना केस सामने आए। दिल्ली और गुजरात में समान रूप से 64-64 नए मामले दर्ज हुए हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में 63 और पश्चिम बंगाल में 60 नए संक्रमित मिले हैं। केरल अब भी सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य बना हुआ है।
हिमाचल प्रदेश में पहला मामला, मास्क पहनना हुआ अनिवार्य
हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को कोरोना का पहला मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार ने सभी अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। वहीं केरल सरकार ने सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मॉक ड्रिल कराने का आदेश भी दिया है, ताकि कोरोना संक्रमण से निपटने की तैयारी बेहतर की जा सके।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के नए वैरिएंट से बचाव के लिए नियमों का कड़ाई से पालन जरूरी है। भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना और नियमित रूप से सैनिटाइजेशन जरूरी है ताकि संक्रमण की गति को रोका जा सके।