साइबर अपराध से निपटने सतर्कता और तकनीक दोनों जरूरी: दुर्ग रेंज आईजी ने किया साइबर थाना का औचक निरीक्षण

तकनीकी दक्षता व जनजागरूकता बढ़ाने के दिए निर्देश
दुर्ग (शिखर दर्शन) // दुर्ग रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री रामगोपाल गर्ग ने मंगलवार को साइबर थाना दुर्ग रेंज का औचक निरीक्षण कर साइबर अपराधों से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने थाना भवन, रिकॉर्ड, पंजियों और उपयोग में लाए जा रहे सॉफ्टवेयर की गहन समीक्षा की और साइबर थाना प्रभारी को विभिन्न पहलुओं पर जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
आईजी श्री गर्ग ने साइबर पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों, केस ट्रैकिंग प्रणाली, अनुसंधान की प्रगति, तकनीकी संसाधनों की उपलब्धता तथा स्टाफ की संख्या की विस्तृत समीक्षा करते हुए मूलभूत सुविधाओं में आई कुछ कमियों को दूर करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि “साइबर अपराध आधुनिक समय की गंभीर चुनौती है, जिससे निपटने के लिए अत्याधुनिक तकनीकी संसाधनों के साथ-साथ दक्ष और सतर्क बल की आवश्यकता है।”
उन्होंने अधिकारियों को हर स्तर पर तकनीकी दक्षता बढ़ाने और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। साथ ही भारत सरकार द्वारा लागू किए गए तीन नए आपराधिक कानूनों की जानकारी के लिए कर्मयोगी ऐप के माध्यम से प्रशिक्षण लेने पर भी जोर दिया।
निरीक्षण के दौरान आईजी गर्ग ने सीसीटीएनएस कक्ष, नफीस, साइबर पोर्टल और सिटीजन सर्विसेज से जुड़ी कार्यप्रणाली का भी अवलोकन कर जरूरी निर्देश दिए। अंत में उन्होंने “साइबर प्रहरी” जनजागरूकता अभियान को और प्रभावी ढंग से लागू करने की आवश्यकता जताई, ताकि आम नागरिक सतर्क रह सकें और ऑनलाइन ठगी से बचाव कर सकें।
इस अवसर पर साइबर थाना दुर्ग रेंज के प्रभारी निरीक्षक श्री तपेश्वर नेताम, उपनिरीक्षक डॉ. संकल्प राय, सीसीटीएनएस एवं साइबर थाना स्टाफ, और पुलिस पीआरओ प्रशांत कुमार शुक्ला उपस्थित रहे।
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