भारत की एयर स्ट्राइक में राफेल, हैमर और स्कैल्प मिसाइलों का किया गया प्रभावी इस्तेमाल, पाकिस्तान में मच गया हड़कंप

ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने पाकिस्तान में की एयर स्ट्राइक, 9 आतंकी ठिकानों को किया नष्ट
नई दिल्ली (शिखर दर्शन) //
भारत ने पाकिस्तान में एक जबरदस्त एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया है, जिसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया है। यह एयर स्ट्राइक जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 15 दिन बाद बुधवार रात लगभग 1:30 बजे की गई। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और इनमें से कई आतंकी समूहों को पूरी तरह नष्ट कर दिया। सूत्रों के अनुसार, इस हमले में 105 आतंकियों के मारे जाने की संभावना जताई जा रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन की खुद निगरानी की और इसे लेकर लगातार रातभर अपनी टीम से संवाद करते रहे।
भारत की एयर स्ट्राइक में शामिल प्रमुख हथियार प्रणाली:
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जिन अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों का उपयोग किया, उनका प्रभाव पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क पर स्पष्ट रूप से देखा गया। इन प्रणालियों में राफेल लड़ाकू विमान से लेकर स्कैल्प क्रूज मिसाइल और हैमर मिसाइल शामिल हैं।
1. हैमर मिसाइल (HAMMER – Highly Agile Modular Munition Extended Range) 💥
हैमर मिसाइल को फ्रांसीसी रक्षा कंपनी Safran द्वारा विकसित किया गया है। यह एक मध्यम दूरी की सटीक-निर्देशित मिसाइल है, जिसे हवा से जमीन पर मार करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह मिसाइल मॉड्यूलर होती है, यानी इसे विभिन्न आकारों और वजन में बदला जा सकता है, जिससे यह कई तरह के लक्ष्य को भेदने में सक्षम होती है।
विशेषताएँ:
- दूरी: 20-70 किमी (लॉन्च ऊंचाई और लक्ष्य पर निर्भर)
- वजन: 125 किग्रा से लेकर 1000 किग्रा तक (1000 किग्रा वाला संस्करण बंकर बस्टर के रूप में)
- मार्गदर्शन: GPS (सैटेलाइट), लेजर गाइडेंस और थर्मल पहचान प्रणाली
- लक्ष्य: बंकर, सैन्य ठिकाने, कठोर सतहें और गतिशील लक्ष्य
- कम ऊंचाई पर प्रभावी: यह मिसाइल कम ऊंचाई और पहाड़ी इलाकों में भी प्रभावी रहती है, और इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग के खिलाफ मजबूत होती है।
2. स्कैल्प क्रूज मिसाइल (SCALP-EG/Storm Shadow) 🚀

स्कैल्प क्रूज मिसाइल (जिसे ब्रिटेन में स्टॉर्म शैडो कहा जाता है) एक लंबी दूरी की, कम दृश्यता वाली क्रूज मिसाइल है, जिसे यूरोपीय रक्षा कंपनी MBDA द्वारा बनाया गया है। यह राफेल लड़ाकू विमानों का हिस्सा है और पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इसका उपयोग किया गया।
विशेषताएँ:
- रेंज: 250-560 किमी
- गति: सबसोनिक (Mach 0.8 या लगभग 1000 किमी/घंटा)
- वजन: 1300 किलोग्राम
- मार्गदर्शन: GPS, नेविगेशन और इन्फ्रारेड सीकर (लक्ष्य की थर्मल छवि पर आधारित)
- रडार से बचाव: इसकी उड़ान ऊंचाई 100 से 130 फीट के बीच रहती है, जो इसे रडार से बचने में मदद करती है।
- मूल उद्देश्य: यह मिसाइल बंकरों और अन्य कठोर लक्ष्य को नष्ट करने के लिए बनाई गई है।
3. राफेल फाइटर जेट (Rafale Fighter Jet) ✈️
भारत के पास राफेल फाइटर जेट एक अत्याधुनिक 4.5 पीढ़ी का मल्टी-रोल विमान है, जो अपनी उन्नत तकनीक और मारक क्षमता के लिए जाना जाता है। राफेल ने इस ऑपरेशन में प्रमुख भूमिका निभाई।

विशेषताएँ:
- गति और रेंज: राफेल की गति 2202 किमी/घंटा है, और इसकी रेंज 3700 किमी है।
- हथियार: राफेल में 30 एमएम ऑटोकैनन गन, 14 हार्डपॉइंट्स, मेट्योर मिसाइल (300 किमी रेंज) और SCALP क्रूज मिसाइल जैसे शक्तिशाली हथियार होते हैं।
- रडार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध: इसका AESA रडार लंबी दूरी तक लक्ष्य को ट्रैक कर सकता है, और स्पेक्ट्रा सिस्टम इसे स्टेल्थ बनाता है।
- वायुसेना का बेहतरीन साथी: राफेल हवा से हवा, हवा से जमीन और जहाज-रोधी मिसाइलों से लैस है।
ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान में आतंकवादियों का सफाया 🏴
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। यह हमले जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी समूहों के ठिकानों पर हुए। पाकिस्तान में कुल 900 से अधिक आतंकवादी ठिकानों पर मौजूद थे, जिनमें से 105 के मारे जाने की संभावना जताई जा रही है।
इस एयर स्ट्राइक ने पाकिस्तान के भीतर आतंकवादियों के खिलाफ भारत के मजबूत कदम को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया।
प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऑपरेशन की लगातार निगरानी की। रातभर वे वायुसेना के अधिकारियों से संपर्क में थे और इस कार्रवाई की पूरी प्रक्रिया को मॉनिटर कर रहे थे। यह दिखाता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी कड़ी कार्रवाई में किसी प्रकार की ढील नहीं देगा।
ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान में आतंकवादी संगठनों के खिलाफ एक निर्णायक कदम उठाया और भारत की सैन्य शक्ति को फिर से प्रदर्शित किया। यह सुनिश्चित करता है कि भारत अपने नागरिकों और सेना की सुरक्षा के लिए कोई भी कदम उठाने में सक्षम है।
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