ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने 9 आतंकी ठिकानों को किया नेस्तनाबूद, देशभर में मॉक ड्रिल से युद्ध की तैयारी

नई दिल्ली (शिखर दर्शन) // भारत ने एक निर्णायक कदम उठाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी शिविरों को एयर स्ट्राइक के जरिए ध्वस्त कर दिया है। यह कार्रवाई कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पूरे अभियान की निगरानी कर रहे थे और उन्हीं के निर्देश पर इस ऑपरेशन को नाम दिया गया।
इसके मद्देनज़र, आज 7 मई को देश के 259 ज़िलों में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य युद्ध जैसी स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। यह 1971 के बाद की सबसे बड़ी आपातकालीन ड्रिल मानी जा रही है।
क्या हो रहा है मॉक ड्रिल में?
- हवाई हमले के सायरन बजाए जा रहे हैं।
- ब्लैकआउट अभ्यास (अंधेरा कर देना) किया जा रहा है।
- नागरिकों को सुरक्षित स्थानों तक ले जाने का अभ्यास।
- आपातकालीन टीमों द्वारा त्वरित प्रतिक्रिया की जांच।
दिल्ली में 660 स्कूलों और 40 बाजारों में, मुंबई में 60 स्थानों पर, गाजियाबाद और पटना जैसे शहरों में भी इस अभ्यास को बड़े पैमाने पर लागू किया गया है। पटना में शाम 6:58 बजे सायरन बजेगा, जिसके बाद ब्लैकआउट अभ्यास होगा।
वायुसेना की तैयारी भी अंतिम चरण में
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान सीमा से लगे रेगिस्तानी इलाकों में दो दिवसीय युद्धाभ्यास की योजना बनाई है, जिसमें राफेल, मिराज 2000 और सुखोई-30 जैसे आधुनिक लड़ाकू विमान भाग लेंगे। इसके लिए एयरस्पेस में प्रतिबंध लगाने हेतु NOTAM (नोटिस टू एयरमैन) भी जारी कर दिया गया है।
आपको मॉक ड्रिल में क्या करना चाहिए?
- प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
- आपातकालीन किट तैयार रखें।
- शांत रहें, घबराएं नहीं।
- अफवाहों से दूर रहें, केवल सरकारी जानकारी पर विश्वास करें।
- जरूरतमंदों की सहायता करें।
कौन से क्षेत्र सबसे संवेदनशील माने गए?
श्रेणी-I में वे इलाके शामिल हैं जहां रणनीतिक, औद्योगिक या सैन्य महत्व अधिक है — जैसे दिल्ली, विशाखापट्टनम, तवांग, भिलाई, अहमदाबाद, पोर्ट ब्लेयर, जमनगर, अंबाला, गुरुग्राम, पटना और डिब्रूगढ़। इन क्षेत्रों में विशेष रूप से सतर्कता बरती जा रही है।