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उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने किया ‘नगर सुराज संगम’ कार्यशाला का शुभारंभ, प्रदेशभर से आए जनप्रतिनिधियों को किया संबोधित, नगरीय स्वच्छता के लिए इंदौर मॉडल अपनाने पर दिया विशेष जोर

‘नगर सुराज संगम’ कार्यशाला का शुभारंभ: उप मुख्यमंत्री अरुण साव बोले – जनता की भागीदारी और जवाबदेही से ही योजनाएं होंगी सफल
इंदौर मॉडल को बताया सफाई का आदर्श, जल संरक्षण और नागरिक जुड़ाव पर दिया विशेष जोर

रायपुर (शिखर दर्शन) // उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने दो दिवसीय ‘नगर सुराज संगम’ कार्यशाला का विधिवत शुभारंभ किया। प्रदेशभर से आए नगर निगमों के महापौर, सभापति, एमआईसी सदस्य, आयुक्त एवं वरिष्ठ अभियंताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि “योजनाएं तभी सफल होती हैं जब वे जनता की भागीदारी और उनकी वास्तविक जरूरतों के अनुरूप हों।” उन्होंने जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे हर गली, मोहल्ले और नागरिक से सीधे जुड़ें, तभी सुशासन का लक्ष्य हासिल किया जा सकेगा।

“विकास का मतलब केवल भवन निर्माण नहीं”

अपने संबोधन में डिप्टी सीएम ने स्पष्ट किया कि “बड़े भवन बनाना विकास नहीं है, असली विकास तब होता है जब योजना जनता की समस्याओं का हल बनें।” उन्होंने कहा कि नगर सुराज केवल एक सरकारी प्रयास नहीं, बल्कि जनता के विश्वास का उत्तरदायित्व है।

नागरिक संवाद और मोहल्ला भ्रमण की सलाह

अरुण साव ने सुझाव दिया कि जनप्रतिनिधि प्रातः भ्रमण करें, मोहल्लों में संवाद स्थापित करें और नागरिकों के साथ मिलकर योजनाओं का स्वरूप तय करें। इससे न केवल योजनाएं धरातल पर उतरेंगी, बल्कि उनका प्रभाव भी दीर्घकालिक होगा।

इंदौर मॉडल को सफाई में अपनाने की सलाह

अरुण साव ने इंदौर की सफाई व्यवस्था का हवाला देते हुए कहा कि “इंदौर ने सफाई के मामले में मिसाल पेश की है। हमें इस मॉडल को अपनाकर हर शहर में सफाई को बेहतर करना होगा।” उन्होंने सफाई की महत्ता को रेखांकित करते हुए इसे नागरिकों के स्वास्थ्य और वातावरण के लिए जरूरी बताया।

जल संकट पर चिंता, वर्षा जल संचयन पर जोर

उन्होंने जल संकट और गिरते भूजल स्तर को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि “अब समय है कि हम पारंपरिक जल स्रोतों जैसे कुओं और बावड़ियों का पुनर्जीवन करें।” इसके साथ ही उन्होंने प्रत्येक वार्ड में जल टैंक और सेवा केंद्रों की स्थापना की घोषणा की, ताकि हर घर तक नलजल की सुविधा सुगमता से पहुँचे।

शहरी मानसून योजना और पीएम आवास को बताया प्राथमिकता

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में मानसून पूर्व तैयारियां समय रहते सुनिश्चित की जाएं। जलभराव की समस्याओं से निपटने के लिए ठोस रणनीति बनानी होगी। प्रधानमंत्री आवास योजना को सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए उन्होंने कहा कि गरीबों को पक्का घर देना सरकार का संकल्प है।

जवाबदेही और सेवा भावना का आह्वान

अरुण साव ने सभी जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे नगर निगमों को जवाबदेह बनाएं और यह सुनिश्चित करें कि आम नागरिकों को बार-बार कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। उन्होंने सुझाव दिया कि एक ‘नागरिक जुड़ाव अभियान’ चलाया जाए जिससे जनप्रतिनिधि सीधे लोगों की बात सुन सकें और सेवा की भावना को और प्रबल किया जा सके।

“अब उस शहर को कुछ लौटाने का समय है”

उप मुख्यमंत्री ने भावुक अपील करते हुए कहा, “यह केवल पद की नहीं, बल्कि जनविश्वास की जिम्मेदारी है। जनता ने भरोसा करके आपको चुना है, अब वक्त है कि आप उस भरोसे को कार्य के माध्यम से लौटाएं।” उन्होंने महापौर और सभापतियों से कहा कि उनके फैसले आने वाली पीढ़ियों का भविष्य तय करेंगे, इसलिए सेवा और समर्पण की भावना को हमेशा जीवित रखें।

सभी जनप्रतिनिधियों को भेजा गया था व्यक्तिगत आमंत्रण

उल्लेखनीय है कि इस कार्यशाला में नगरीय प्रशासन विभाग एवं SUDA की योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की जा रही है। कार्यशाला में भाग लेने के लिए उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सभी जनप्रतिनिधियों को व्यक्तिगत पत्र लिखकर आमंत्रित किया था।


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