छत्तीसगढ़ में ओलावृष्टि का कहर: तेज बारिश के साथ गिरे ओले, सड़कों पर बिछी बर्फ जैसी चादर

छत्तीसगढ़ (शिखर दर्शन) // राज्य में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। रविवार को कोरबा, कवर्धा और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिलों में तेज हवाओं के साथ जमकर बारिश और ओलावृष्टि हुई। ओलों ने सड़कों को सफेद चादर से ढक दिया, जिससे भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को बड़ी राहत मिली।
गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में बारिश और ओलावृष्टि के चलते तापमान में करीब 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, इस बेमौसम बारिश से किसानों को फसलों के नुकसान की आशंका भी बढ़ गई है। कोरबा जिले में तेज आंधी-तूफान के बाद झमाझम बारिश जारी है और कई इलाकों में ओले भी गिरे। तेज हवाओं की वजह से कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है।
कवर्धा जिले में भी मौसम ने अचानक रुख बदला। यहां तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश और भारी ओलावृष्टि हुई, जिससे तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 37 डिग्री पर आ गया। कवर्धा के वनांचल क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों में बारिश और तेज आंधी के कारण बिजली गुल हो गई है।
धरसीवां क्षेत्र में भी दोपहर तीन बजे के बाद अचानक तेज आंधी आई और उसके बाद आधे घंटे तक जमकर ओलावृष्टि हुई। इसके बाद तेज बारिश ने लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत दी।

इस बीच, मौसम विभाग ने रविवार को छत्तीसगढ़ के छह जिलों — बलौदाबाजार, बेमेतरा, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद और रायपुर — में बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया था। बीते 24 घंटे में प्रदेश के कुछ इलाकों में मध्यम से भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
प्रदेश में सबसे अधिक गर्मी दुर्ग में दर्ज हुई, जहां अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, सबसे कम न्यूनतम तापमान 21.1 डिग्री सेल्सियस जगदलपुर में रिकॉर्ड किया गया।