उत्तरप्रदेश

पहलगाम आतंकी हमले से पहले टल गई बड़ी साजिश! जौनपुर की एकता तिवारी का खुलासा – हमसे पूछा गया धर्म, कहा गया ‘कुरान पढ़ो’, स्केच में पहचाने दो संदिग्ध

जौनपुर (शिखर दर्शन) // जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले से जुड़ा एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। उत्तर प्रदेश के जौनपुर की रहने वाली एकता तिवारी ने दावा किया है कि जिस दिन पहलगाम में हमला हुआ, उसी दिन उनकी टूरिस्ट टीम की दो संदिग्ध लोगों से झड़प हुई थी। अब जब सरकार ने तीन आतंकियों के स्केच जारी किए हैं, तो उनमें से दो को उन्होंने पहचान लिया है।

एकता तिवारी ने बताया कि वह 13 अप्रैल को 20 लोगों के साथ जम्मू-कश्मीर घूमने गई थीं। 20 अप्रैल को वे पहलगाम पहुंचीं, लेकिन इलाके के माहौल को भांपते हुए वे हमले वाली जगह से करीब 500 मीटर पहले ही बैसरन में रुक गईं। एकता ने बताया कि वहां कुछ लोग अजीब व्यवहार कर रहे थे और उन्हें कुरान पढ़ने को कह रहे थे। इससे उनका शक और गहरा हो गया।

“तुम हिंदू हो या मुसलमान?” – पूछकर बढ़ाया शक

एकता तिवारी ने बताया कि खच्चर से पहाड़ की चढ़ाई करते वक्त दो संदिग्ध लोग उनके पास आए और उनके ग्रुप के बारे में जानकारी मांगी। उन्होंने पूछा, “तुम हिंदू हो या मुसलमान?” साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि रुद्राक्ष क्यों पहना है और कुरान पढ़ने की बात भी दोहराई। एकता के भाई द्वारा जवाब देने पर उन लोगों के साथ बहस हो गई, जिसके बाद ग्रुप तुरंत नीचे उतर गया और दूसरी सवारी लेकर सुरक्षित लौट आया।

“प्लान-ए फेल हो गया” – संदिग्ध कॉल से सामने आया बड़ा प्लॉट

एकता ने आगे बताया कि बहस के तुरंत बाद उन संदिग्धों में से एक के पास फोन आया, और वह थोड़ी दूर जाकर किसी को कह रहा था – “प्लान-ए फेल हो गया है।” बातचीत में घाटी में 35 बंदूकें भेजे जाने की चर्चा भी हुई, जिसे सुनकर एकता और उनका ग्रुप सतर्क हो गया।

स्केच में पहचाने संदिग्ध

सरकार द्वारा जारी किए गए आतंकियों के स्केच देखने के बाद एकता ने उनमें से दो लोगों को पहचान लिया है। केंद्र सरकार ने हमले के आरोपियों पर 20-20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है और सुरक्षा एजेंसियां अब पर्यटकों के बयानों की भी जांच कर रही हैं।

सुरक्षा एजेंसियों को मिल सकता है बड़ा सुराग

एकता तिवारी के इस खुलासे से जांच एजेंसियों को आतंकी हमले की साजिश और उससे जुड़े नेटवर्क को उजागर करने में अहम सुराग मिल सकता है। पहलगाम हमला पहले से सुनियोजित प्रतीत होता है, लेकिन पर्यटकों की सतर्कता से एक बड़ा हादसा टल गया।


यदि आप चाहें तो मैं इस खबर का अंग्रेजी संस्करण भी तैयार कर सकता हूँ या इसमें अतिरिक्त तथ्य जोड़ सकता हूँ।

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