अमेरिका ने भारत को दी खुली छूट, कहा- पहलगाम हमले के आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचाए इंडिया

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नई दिल्ली (शिखर दर्शन) // जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव और गहरा गया है। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, जिनमें अधिकतर पर्यटक शामिल थे। भारत सरकार ने हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए दोषियों को दुनिया के किसी भी कोने से ढूंढ़कर खत्म करने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस संकल्प को अमेरिका का भी पूर्ण समर्थन मिला है।
अमेरिका ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है और भारत को इस दुखद घड़ी में हर संभव सहयोग देने की बात कही है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि अमेरिका स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है और आतंकवाद के हर कृत्य के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा, “यह एक तेजी से बदलती स्थिति है, और हम इसे बहुत करीब से देख रहे हैं।”
जब प्रवक्ता से पाकिस्तान की भूमिका को लेकर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने सीधे तौर पर कुछ कहने से इनकार किया, लेकिन यह जरूर कहा कि अमेरिका आतंक के खिलाफ भारत के साथ है।
इस हमले के बाद PoK के स्वयंभू प्रधानमंत्री अनवारुल हक ने एक भड़काऊ बयान देकर स्थिति को और भड़काने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि “कश्मीर से दिल्ली तक खून बहाएंगे” और इस हमले को बलूचिस्तान का बदला बताया। इस बयान को भारत ने एक गैर जिम्मेदाराना और खतरनाक मानसिकता का परिचायक बताया है।
वहीं, हमले का मास्टरमाइंड माने जा रहे सैफुल्लाह कसूरी का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें उसने अपनी संलिप्तता से इनकार किया है और भारत को “जंगी दुश्मन” करार दिया है। हालांकि भारतीय खुफिया एजेंसियां सैफुल्लाह की भूमिका की गहराई से जांच कर रही हैं।
इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि “कश्मीर से आ रही खबरों से हम व्यथित हैं। इस संकट की घड़ी में अमेरिका भारत के साथ मजबूती से खड़ा है। हम पीड़ित परिवारों के लिए शांति की प्रार्थना करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”
हमले का एक भयावह वीडियो भी सामने आया है, जिसमें आतंकवादी आम लोगों पर गोलियां बरसाते नजर आ रहे हैं। यह वीडियो हमले की बर्बरता और आतंकियों की नृशंस मानसिकता को उजागर करता है।
भारत सरकार ने हमले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं, जबकि सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है। देश में शोक और आक्रोश का माहौल है। पहलगाम की घटना ने एक बार फिर आतंक के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की आवश्यकता को रेखांकित किया है।