पहलगाम आतंकी हमले के बाद बड़ी कार्रवाई, 250 से अधिक लोग हिरासत में, तीनों सेनाएं अलर्ट मोड पर

श्रीनगर (शिखर दर्शन) // जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकवादी हमले के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी जांच तेज कर दी है। शुरुआती जांच के अनुसार, पाकिस्तान के आतंकियों ने स्थानीय आतंकवादियों और नागरिकों के साथ मिलकर इस हमले को अंजाम दिया था। एजेंसियों ने अब तक 250 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे आतंकियों की मदद और हमले से संबंधित पूछताछ की जाएगी।
इस हमले में 26 लोगों की जान गई, जिनमें कई पर्यटक शामिल हैं। सबसे ज्यादा मौतें महाराष्ट्र के 6 पर्यटकों और गुजरात एवं कर्नाटका के 3-3 नागरिकों की हुई हैं। इसके अलावा यूपी, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा के भी पर्यटक मारे गए। हमले के दौरान स्थानीय नागरिकों की भी जान गई है। घटना में 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियों की उच्च स्तरीय बैठकें और अलर्ट मोड
गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस हमले के बाद लगातार बैठक कर रहे हैं। पीएम मोदी ने शाम को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है, जिसमें रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, एनएसए अजित डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद होंगे। सरकार ने तीनों सेनाओं को अलर्ट मोड पर रहने का आदेश दिया है।
मृतकों के परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता
जम्मू कश्मीर सरकार ने इस आतंकवादी हमले में मारे गए हर व्यक्ति के परिवार को 10 लाख रुपये की मदद देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही गंभीर रूप से घायल लोगों को 2 लाख रुपये और सामान्य घायलों को 1 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
अगला कदम और सख्त कार्रवाई
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस मामले में कैबिनेट मीटिंग बुलाई है, जो आज शाम श्रीनगर में होगी। सुरक्षा एजेंसियां अब आतंकियों तक पहुंचने के लिए सभी स्तरों पर जांच और कार्रवाई में जुटी हुई हैं, और इस हमले के पीछे के पूरे नेटवर्क को नष्ट करने की योजना बना रही हैं।