दिल्ली

UPSC 2024 परिणाम: मध्य प्रदेश के टॉपर्स ने सिविल सेवा परीक्षा में दिखाई चमक, ग्वालियर की आयुषी बंसल ने 7वीं रैंक प्राप्त की

नई दिल्ली (शिखर दर्शन) // संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट घोषित किया। इस बार देशभर में अच्छे परिणाम सामने आए, और मध्य प्रदेश के अभ्यर्थियों ने भी अपनी कड़ी मेहनत से अपना लोहा मनवाया। प्रदेश के दो दर्जन से अधिक अभ्यर्थियों ने इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता प्राप्त की, जिनमें से कुछ के नाम प्रमुख हैं:

आयुषी बंसल की ऐतिहासिक सफलता
ग्वालियर की आयुषी बंसल ने UPSC 2024 में 7वीं रैंक हासिल की है। इसके साथ ही वह प्रदेश की सबसे टॉप टॉपर बन गई हैं। आयुषी ने पहले भी यूपीएससी-2023 में 97वीं और यूपीएससी-2022 में 188वीं रैंक प्राप्त की थी। आयुषी की यह सफलता उनकी निरंतर मेहनत का परिणाम है।

मंदसौर के ऋषभ चौधरी ने 28वीं रैंक प्राप्त की
मंदसौर जिले के गरोठ निवासी ऋषभ चौधरी ने बिना कोचिंग के घर पर UPSC की तैयारी करते हुए 28वीं रैंक हासिल की। उनका सपना भारतीय विदेश सेवा (IFS) में सेवा देने का है। ऋषभ के परिवार में खुशी का माहौल है, क्योंकि उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से सफलता प्राप्त की है।

ग्वालियर के माधव अग्रवाल का 16वीं रैंक
ग्वालियर के माधव अग्रवाल ने इस बार UPSC परीक्षा में 16वीं रैंक प्राप्त की है। यह उनकी चौथी कोशिश का परिणाम है। माधव ने पहले CA परीक्षा में भी टॉप किया था, और अब वे UPSC में अपनी सफलता का परचम लहरा रहे हैं। उनके पिता राकेश अग्रवाल चाय व्यवसायी हैं। 

उज्जैन के प्रतीक सिसोदिया का चयन
उज्जैन के प्रतीक सिसोदिया ने 753वीं रैंक के साथ UPSC परीक्षा पास की है। प्रतीक ने सरकारी स्कूल से 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद दिल्ली में UPSC की तैयारी की थी। यह उनकी पांचवी कोशिश थी, जब उनका चयन हुआ। उज्जैन के नाना खेड़ा क्षेत्र के तृप्ति परिसर में रहने वाले पंचायत समन्वय अधिकारी, के रुप में काम करने वाले प्रतिक के पिता कैलाश सिसौदिया ने बताया कि ग्रामीण परिवेश में पले प्रतिक ने उज्जैन के कालिदास ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई के बाद वे देवास चले गए। इसके बाद उन्होंने तलवार बाजी सीखी जिसमे उनका चयन नेशनल खिलाड़ी के रूप में हुआ। उज्जैन में सरकारी स्कूल से 12वी की परीक्षा पास करने के बाद प्रतीक इंदौर में बीए करने चले गए , यहाँ से ग्रेजुएशन करने के बड़ा दिल्ली में UPSC की तैयारी करने गए यहाँ चार साल तक UPSC की तैयारी की। प्रतीक का पांचवे अटेंप्ट में UPSC में सिलेक्शन हुआ है।

इटारसी के मोनू शर्मा की 359वीं रैंक
इटारसी के मोनू शर्मा ने UPSC में 359वीं रैंक प्राप्त की है। यह उनकी चौथे प्रयास में सफलता है। मोनू के माता-पिता बेहद खुश हैं, और उनका मानना है कि उनकी मेहनत का फल अब मिल चुका है। उनके पिता प्राइवेट जॉब करते है और माता ग्रहणी है ।

रीवा के रोमिल द्विवेदी का आईआरएस चयन
रीवा के रोमिल द्विवेदी का UPSC परीक्षा में 27वीं रैंक आई है। रोमिल पहले भी IRS के लिए चयनित हो चुके थे, जब उन्होंने 364वीं रैंक हासिल की थी। अब उन्होंने UPSC परीक्षा में और भी बेहतर प्रदर्शन किया है। रोमिल द्विवेदी के पिता केके द्विवेदी भोपाल में सहकारिता विभाग में जॉइंट कमिश्नर हैं। इसके अलावा, रोमिल एक बैंक में असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट के रूप में भी काम कर चुके हैं। अब रोमिल ने यूपीएससी में 27वीं रैंक हासिल की है।

शिवपुरी की कृतिका नौगरेया बनीं IAS
शिवपुरी की कृतिका नौगरेया ने UPSC 2024 में 400वीं रैंक हासिल की है और IAS में चयनित हुईं। कृतिका ने अपनी मेहनत से न केवल शिवपुरी, बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। करैरा के व्यापारी सतीष कुमार नौगरेया की बेटी कृतिका नौगरेया (डॉल) ने 400वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने IAS पद पर चयनित होकर न केवल करैरा, बल्कि पूरे शिवपुरी जिले का नाम रोशन किया है।

मुरैना के अभिषेक शर्मा की 38वी रैंक

मुरैना के अभिषेक शर्मा का भी यूपीएससी में सिलेक्शन हुआ है। इन्होंने दूसरे अटेंप्ट में ऑल इंडिया में 38वी रैंक पाई है।अभिषेक के पिता अशोक शर्मा जौरा कस्बे में जवाहर नवोदय विद्यालय में अंग्रेजी के टीचर हैं। ये मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाले हैं।

बालाघाट की फरखंदा ने 67वीं रैंक हासिल की

मंगलवार को घोषित हुए यूपीएससी के परिणाम में बालाघाट के अधिवक्ता अब्दुल मलिक कुरैशी की सबसे बड़ी बेटी फरखंदा ने 67वीं रैंक हासिल की है। बालाघाट मुख्यालय के बैहर चौकी वार्ड नम्बर 3 में रहने वाले अधिवक्ता अब्दुल मलिक कुरैशी की सुपुत्री फरखंदा कुरैशी ने आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण की हैं।

आईएएस बनी फरखंदा कुरैशी के परिवार में पिता अब्दुल मलिक कुरैशी अधिवक्ता व मां निखत अजूंम कुरैशी गृहणी और 2 छोटी बहने हैं। यह चौथा अटेम्प था जिसमें फरखंदा को सफलता मिली हैं। जिनकी प्रारभिंक शिक्षा बालाघाट के एक निजी स्कूल से ही हुई हैं।

नरसिंहपुर के शैलेन्द्र अहिरवार की 362वीं रैंक

नरसिंहपुर जिले के शैलेन्द्र अहिरवार को 362वीं रैंक मिली है। राजनगर निवासी शैलेन्द्र ने हाईस्कूल चावरा विद्यापीठ नरसिंहपुर से स्कूलिंग के बाद भोपाल एनआईटी से सिविल इंजीनियरिंग की। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की।

खंडवा की रूपल जायसवाल की 512 वीं रैंक

UPSC में खंडवा की बेटी रूपल जायसवाल को 512 वीं रैंक मिली है। रूपल इंजीनियर धनंजय जायसवाल की बेटी हैं।

शुभम शुक्ला ने यूपीएससी में पाई 116वीं रैंक

रीवा के उरहट में रहने वाले शुभम शुक्ला ने 116वीं रैंक हासिल की है। अब वे भी आईएएस की श्रेणी में आ चुके हैं। हालांकि शुभम शुक्ला असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर पहले से नई दिल्ली में पदस्थ हैं। लेकिन अपने दादाजी के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने ये एक्जाम क्वालीफाई किया।

भितरवार की दिव्यांशी अग्रवाल ने UPSC में 249 वीं रेंक हासिल की

ग्वालियर जिले के भितरवार कस्बे की दिव्यांशी अग्रवाल ने UPSC में 249 वीं रैंक हासिल की है। दिव्यांशी ने बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी करके ही UPSC में कामयाबी हासिल की है यह सबसे बड़ी बात है। आज दिव्यांशी के साथ ही उसका परिवार भी खुश है।

स्वर्णिम चौधरी ने यूपीएससी परीक्षा में 258वीं रैंक हासिल की

स्वर्णिम चौधरी ने यूपीएससी परीक्षा में 258वीं रैंक हासिल कर जबलपुर (Jabalpur) का नाम रोशन किया है. उन्होंने दूसरी कोशिश में यह सफलता प्राप्त की और महज 24 साल की उम्र में यह मुकाम हासिल किया. स्वर्णिम का कहना है कि उन्होंने पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दिया और सिलेक्टेड स्टडी में विश्वास करते हैं.

इस बार भी मध्यप्रदेश के युवाओं ने कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और समर्पण से UPSC जैसी कठिन परीक्षा में शानदार प्रदर्शन कर यह साबित कर दिया कि लगन और परिश्रम से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। सभी चयनित अभ्यर्थियों को शिखर दर्शन की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं।

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