दिल्ली की जगह जयपुर उतरी उमर अब्दुल्ला की फ्लाइट, आधी रात एयरपोर्ट पर खड़े होकर जताया गुस्सा, Indigo और दिल्ली एयरपोर्ट को ठहराया जिम्मेदार

नई दिल्ली (शिखर दर्शन) // जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शनिवार रात उस समय नाराज हो गए जब जम्मू से दिल्ली जा रही इंडिगो की फ्लाइट को अचानक जयपुर डायवर्ट कर दिया गया। उमर अब्दुल्ला ने आधी रात करीब 1 बजे जयपुर एयरपोर्ट की सीढ़ियों पर खड़े होकर अपनी एक फोटो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर साझा की और दिल्ली एयरपोर्ट प्रबंधन के साथ-साथ इंडिगो एयरलाइंस पर भी तीखा हमला बोला।
उन्होंने लिखा, “दिल्ली एयरपोर्ट पर काफी गंदगी थी। जम्मू से उड़ान भरने के तीन घंटे बाद हमें जयपुर डायवर्ट कर दिया गया। अब मैं रात 1 बजे विमान की सीढ़ियों पर खड़ा हूं और ताज़ी हवा ले रहा हूं। यह भी नहीं पता कि अब हम यहां से कब रवाना होंगे।”

दरअसल, जम्मू से दिल्ली आ रही इंडिगो की फ्लाइट को दिल्ली एयरपोर्ट पर अधिक भीड़ और रनवे की उपलब्धता न होने के कारण लैंडिंग की इजाजत नहीं मिली। ऐसे में विमान को जयपुर डायवर्ट कर दिया गया, जहां यह रात करीब 1 बजे पहुंचा। कुछ देर रुकने के बाद, फ्लाइट रात 2 बजे दोबारा रवाना हुई और आखिरकार दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड कर सकी।
इस पूरे घटनाक्रम के चलते उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली एयरपोर्ट पर “ऑपरेशनल अव्यवस्था” को जिम्मेदार ठहराते हुए नाराजगी जताई और सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से अपना गुस्सा जाहिर किया।

इससे पहले दिन में जम्मू एयरपोर्ट पर भी यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। श्रीनगर में खराब मौसम के कारण उड़ानों के संचालन पर असर पड़ा, जिससे जम्मू सहित कई एयरपोर्ट्स पर उड़ानों में देरी और रद्दीकरण की स्थिति बनी रही।
इंडिगो ने इस स्थिति पर स्पष्टीकरण देते हुए शुक्रवार शाम X पर एक ट्रैवेल एडवाइजरी जारी की। एयरलाइन ने बताया कि श्रीनगर और आसपास के क्षेत्रों में खराब मौसम के कारण उड़ानों के संचालन में रुकावट आ रही है। यात्रियों से धैर्य बनाए रखने की अपील करते हुए इंडिगो ने लचीले रीबुकिंग विकल्प और वेबसाइट के माध्यम से रिफंड की सुविधा का भी जिक्र किया।

उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में देश के बड़े एयरपोर्ट्स पर संचालन व्यवस्था को लेकर यात्रियों की शिकायतें बढ़ी हैं। उमर अब्दुल्ला की यह प्रतिक्रिया न सिर्फ एक VIP यात्री की परेशानी को उजागर करती है, बल्कि आम यात्रियों की तकलीफों की ओर भी इशारा करती है, जिन्हें अक्सर उड़ान सेवाओं की अनियमितताओं और प्रशासनिक लापरवाहियों का सामना करना पड़ता है।