पश्चिम बंगाल में एक बार फिर भड़की हिंसा, मुर्शिदाबाद के बाद अब दक्षिण 24 परगना में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों में लगाई आग

वक्फ कानून के विरोध में बंगाल फिर सुलगा: भांगड़ में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों को फूंका, 210 से अधिक गिरफ्तार
कोलकाता (शिखर दर्शन) // पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून के विरोध को लेकर फैली हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को एक बार फिर दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में हालात बेकाबू हो गए, जहां प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी और जमकर तोड़फोड़ की। इसके पहले मुर्शिदाबाद में भी इसी मुद्दे पर हिंसा भड़क चुकी है।
दक्षिण 24 परगना में ISF विधायक नौशाद सिद्दीकी की अगुवाई में वक्फ कानून के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा था। पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, तो वे उग्र हो गए और बैरमपुर इलाके में सड़क जाम कर दिया। स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। हालात को देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
इसी दौरान कोलकाता के रामलीला मैदान की ओर बढ़ रहे ISF समर्थकों के काफिले को रोके जाने पर बसंती एक्सप्रेसवे पर भी तनाव फैल गया। प्रदर्शनकारियों ने यहां भी सड़क पर अवरोध खड़ा कर दिया, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर मुर्शिदाबाद हिंसा पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है, जिसमें SIT जांच और राज्य सरकार से जवाब मांगा गया है।

पश्चिम बंगाल के मालदा, मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना सहित कई जिलों में वक्फ कानून के विरोध के चलते फैली हिंसा में अब तक 3 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं। इनमें 18 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने अब तक 210 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा एक-दूसरे पर हिंसा भड़काने के आरोप लगा रहे हैं, जिससे राज्य की राजनीति और अधिक गर्मा गई है। वहीं, ISF — जो राज्य विधानसभा में TMC और भाजपा के अलावा एकमात्र विपक्षी दल है — कानून को मुस्लिम समुदाय के अधिकारों पर हमला बता रही है।