मुर्शिदाबाद हिंसा: शमशेरगंज में उग्र भीड़ ने घर में घुसकर हिंदू पिता-पुत्र की बेरहमी से कर दी हत्या, धारदार हथियार से किया गया हमला, गोली से घायल युवक ने तोड़ा दम

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून के खिलाफ जारी हिंसा और प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। शनिवार को शमशेरगंज इलाके में भीड़ ने हरगोविंद दास के घर पर हमला कर लूटपाट के दौरान उनके बेटे चंदन दास सहित दोनों की बेरहमी से हत्या कर दी। इसी बीच सुती इलाके में गोली से घायल युवक की भी अस्पताल में मौत हो गई है। पूरे जिले में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं और पुलिस ने भारी संख्या में बल तैनात किया है।
मुर्शिदाबाद (शिखर दर्शन) //
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून के विरोध में भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को जिले के शमशेरगंज इलाके में भीड़ की बर्बरता का एक और दर्दनाक चेहरा सामने आया। बताया गया कि एक उग्र भीड़ ने हरगोविंद दास के घर में घुसकर लूटपाट शुरू की, और विरोध करने पर उनके पुत्र चंदन दास सहित दोनों की हत्या कर दी गई। खून से सने शव घर से बरामद हुए हैं। पुलिस ने शवों को पीएम के लिए फरक्का अस्पताल भेजा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, हमलावरों का समूह लूटपाट और तोड़फोड़ की नीयत से आया था। घटना के बाद इलाके में भय और तनाव का माहौल बन गया है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शमशेरगंज क्षेत्र में भारी संख्या में बल तैनात किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
वहीं दूसरी ओर, सुती के साजुर चौराहे पर शुक्रवार को गोली लगने से घायल एक युवक एजाज अहमद (21) की मौत हो गई। उसे गंभीर हालत में मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। मृतक साजुर मोड़ काशिमनगर इलाके का निवासी बताया जा रहा है।
जंगीपुर, सुती, धुलियान, शमशेरगंज और जाफराबाद सहित पूरे मुर्शिदाबाद जिले में विरोध प्रदर्शन और हिंसा का सिलसिला जारी है। राज्य सरकार ने हालात पर नजर रखते हुए स्पष्ट किया है कि बंगाल में वक्फ कानून लागू नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस बल अलर्ट पर हैं। वहीं स्थानीय लोगों में भय और असुरक्षा की भावना गहराती जा रही है।