अनुशासनहीनता पर गिरी गाज: सरकारी स्कूल की महिला क्लर्क और दो भृत्य निलंबित, जानिए पूरा मामला

शासकीय हाई स्कूल में लंबे समय से लापरवाही बरत रहे महिला क्लर्क और दो भृत्यों को आखिरकार निलंबन का सामना करना पड़ा। स्कूल में समय पर ड्यूटी नहीं करने और संस्था प्रमुख की अनुमति के बिना वरिष्ठ कार्यालय में शिकायत करने पर तीनों के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी ने कार्रवाई की। स्पष्टीकरण असंतोषजनक पाए जाने पर इनकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी गई हैं।
बिलासपुर (शिखर दर्शन) // शहर के शासकीय हाई स्कूल जरहाभाठा में पदस्थ महिला क्लर्क सुषमा पाण्डेय और दो भृत्य रश्मि विश्वकर्मा तथा गीता राही को समय पर ड्यूटी नहीं आने और अनुशासनहीनता के चलते निलंबित कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार, ये तीनों कर्मचारी बीते दो वर्षों से लगातार स्कूल समय पर नहीं आ रहे थे। स्कूल के प्रचार्य और स्टाफ ने उन्हें कई बार समझाइश दी, लेकिन उन्होंने किसी भी समझाइश को गंभीरता से नहीं लिया।
इतना ही नहीं, तीनों कर्मचारी संस्था प्रमुख की अनुमति लिए बिना सीधे वरिष्ठ कार्यालय पहुंचकर शिकायतें करने लगे थे, जिससे स्कूल का कार्य वातावरण प्रभावित हो रहा था। इस अनुशासनहीनता की जानकारी स्कूल प्रचार्य ने जिला शिक्षा अधिकारी अनिल तिवारी को दी। शिकायत पर संज्ञान लेते हुए डीईओ कार्यालय द्वारा तीनों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया।



जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर कृत्य को स्वेच्छाचारिता और सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 का उल्लंघन मानते हुए जिला शिक्षा अधिकारी अनिल तिवारी ने तीनों कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग के अन्य कर्मचारियों के लिए भी एक सख्त संदेश गया है कि अनुशासनहीनता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।