वक्फ कानून के विरोध में मुर्शिदाबाद फिर सुलगा, गोलीबारी में नाबालिग समेत दो घायल

शमशेरगंज में हिंसक प्रदर्शन, दो लोग गोली लगने से घायल
रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़ पर विपक्ष हमलावर, NIA जांच की मांग
इंटरनेट बंद, धारा 144 लागू, पुलिस गश्त बढ़ाई गई
वक्फ कानून को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में एक बार फिर हालात बिगड़ गए हैं। शमशेरगंज क्षेत्र में हिंसा के दौरान एक 21 वर्षीय युवक और एक 12 वर्षीय बच्चे को गोली लग गई। घटना के बाद इलाके में तनाव गहराया हुआ है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है, वहीं इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।
मुर्शिदाबाद (शिखर दर्शन) // पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज इलाके में शनिवार को वक्फ कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। भीड़ के उग्र होने पर हालात बेकाबू हो गए और गोलीबारी में 21 वर्षीय एक युवक और 12 साल का एक बच्चा घायल हो गया। दोनों को तुरंत जंगीपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भारी संख्या में जवानों की तैनाती की है। शांति बनाए रखने के लिए शमशेरगंज और आसपास के क्षेत्रों में निषेधाज्ञा (धारा 144) लागू कर दी गई है, वहीं हिंसा प्रभावित इलाकों में इंटरनेट सेवाएं भी अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सुती और शमशेरगंज जैसे संवेदनशील इलाकों में लगातार गश्त की जा रही है और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को सख्ती से रोका जाएगा।
🚨 राजनीतिक प्रतिक्रिया और NIA जांच की मांग
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि रेलवे स्टेशनों पर हमला केवल ट्रेनों को बाधित करने की साजिश नहीं है, बल्कि यह जनसुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा है।
बीजेपी नेता ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर पूरे घटनाक्रम की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद के रेलवे स्टेशनों पर की गई तोड़फोड़ की घटनाएं बेहद गंभीर हैं और इसकी निष्पक्ष जांच जरूरी है।