26/11 हमलों के दोषी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण से पहले हलचल तेज , डोभाल और जयशंकर ने की अमित शाह से अहम बैठक

नई दिल्ली (शिखर दर्शन) //
26/11 मुंबई आतंकी हमलों में शामिल और डेविड हेडली का करीबी तहव्वुर हुसैन राणा आज अमेरिका से भारत लाया जा रहा है। भारत प्रत्यर्पण की इस अहम कार्रवाई से पहले राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नॉर्थ ब्लॉक स्थित गृह मंत्रालय कार्यालय में गुप्त बैठक की। लगभग आधे घंटे तक चली इस अहम चर्चा में तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण और उससे जुड़ी रणनीति पर विचार-विमर्श हुआ।
सूत्रों के मुताबिक, तहव्वुर राणा को भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण संधि के तहत भारत सौंपा जा रहा है। भारतीय एजेंसियों की एक विशेष टीम अमेरिका रवाना हुई थी, जो अब उसे लेकर विशेष विमान से स्वदेश लौट रही है। यह विमान बीच रास्ते में एक अज्ञात स्थान पर कुछ देर के लिए ठहरेगा, जिसके बाद आज देर रात या कल सुबह तहव्वुर राणा भारत पहुंच सकता है।
भारत लाए जाने के बाद राणा को सीधे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। अदालत से कस्टडी मिलने के बाद खुफिया एजेंसियां उससे पूछताछ करेंगी। माना जा रहा है कि राणा से 26/11 हमले की साजिश, पाकिस्तानी सेना की भूमिका और आतंकियों को भारत में दी गई मदद से जुड़े कई महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं।
गौरतलब है कि तहव्वुर राणा पाकिस्तानी सेना का पूर्व कैप्टन रह चुका है और उसने लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर मुंबई हमले की योजना में अहम भूमिका निभाई थी। वह 2009 में अमेरिका में गिरफ्तार हुआ था और डेविड हेडली के साथ साजिश रचने के लिए उसे दोषी ठहराया गया था।
भारत में उसका प्रत्यर्पण राष्ट्रीय सुरक्षा और न्याय की दृष्टि से एक बड़ा कदम माना जा रहा है। केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियां इस मुद्दे को लेकर पूरी तरह सतर्क हैं और कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं।
यह प्रत्यर्पण न केवल 26/11 के पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक मजबूत कदम है, बल्कि वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति को भी दर्शाता है।