पश्चिमी विक्षोभ का असर, 40 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट

भोपाल (शिखर दर्शन) // मध्य प्रदेश में अप्रैल के शुरुआत से ही मौसम करवट बदल रहा है। एक ओर जहां बारिश ने भीषण गर्मी से राहत दिलाई है, वहीं दूसरी ओर किसानों की फसलें इसकी मार झेल रही हैं। गुरुवार को भोपाल, सीहोर, रायसेन, ग्वालियर और बालाघाट सहित कई जिलों में बारिश दर्ज की गई। बालाघाट में सुबह हल्की बूंदाबांदी के बाद दोपहर को तेज बारिश हुई, वहीं सीहोर में शाम को रिमझिम फुहारें पड़ीं। राजधानी भोपाल समेत कई क्षेत्रों में बादल छाए रहे और कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हुई।
40 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती परिसंचरण तंत्र का प्रभाव प्रदेश के मौसम पर दिखाई दे रहा है। इसके चलते शुक्रवार को मध्य प्रदेश के 40 से ज्यादा जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है।
इन जिलों में ओलावृष्टि और तेज हवाओं की चेतावनी
नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी और पांढुर्णा जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की गई है।
तापमान में आई गिरावट, कुछ जगहों पर सूखा भी
बीते 24 घंटों में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में हल्की बारिश दर्ज की गई है, जबकि अन्य इलाकों में मौसम सामान्य और सूखा बना रहा। इस दौरान दिन और रात के तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई। नर्मदापुरम में प्रदेश का सबसे अधिक तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर जैसे प्रमुख शहरों में तापमान 36 डिग्री के आसपास रहा।
प्रदेश में आने वाले दिनों में मौसम में और भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। किसान और आमजन मौसम विभाग के अलर्ट पर नजर बनाए रखें।