शेयर बाजार में बड़ी गिरावट: सेंसेक्स 1,100 अंक गिरा, निफ्टी भी लुढ़का, जानें कौन से सेक्टर पर पड़ी सबसे बड़ी मार

शेयर बाजार अपडेट: वित्त वर्ष 2025-26 के पहले दिन गिरावट, तीन प्रमुख कारणों से बाजार में दबाव
वित्त वर्ष 2025-26 के पहले कारोबारी दिन मंगलवार, 1 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखी जा रही है। प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1,103.10 अंक गिरकर 76,311.82 पर और निफ्टी 264.80 अंक गिरकर 23,254.55 पर कारोबार कर रहा है।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 18 में गिरावट दर्ज की गई है। सबसे बड़ी गिरावट इंफोसिस, टीसीएस और बजाज फाइनेंस के शेयरों में देखी गई है, जो 2% तक गिर गए हैं। वहीं, पावर ग्रिड, इंडसइंड बैंक और एनटीपीसी के शेयरों में 1.5% की मामूली वृद्धि हो रही है।
निफ्टी के 50 शेयरों में से 33 में तेजी देखी जा रही है। सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो आईटी सेक्टर में सबसे ज्यादा 1.36% की गिरावट आई है, जबकि ऑटो, मीडिया और सरकारी बैंकों के इंडेक्स में मामूली तेजी है।
वैश्विक बाजारों का मिलाजुला कारोबार
एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 0.58%, हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स 0.96% और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.43% ऊपर कारोबार कर रहे हैं। वहीं, 28 मार्च को अमेरिका का डॉव जोन्स 1% बढ़कर 42,001 पर बंद हुआ था, जबकि नैस्डैक कंपोजिट 0.14% गिरा और एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.55% ऊपर बंद हुआ।
विदेशी और घरेलू निवेशक गतिविधि
28 मार्च को विदेशी निवेशकों ने 4,352.82 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, वहीं घरेलू निवेशकों ने 7,646.49 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। मार्च महीने में विदेशी निवेशकों ने 2,014.18 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू निवेशकों ने 37,585.68 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।
बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण
- ट्रंप का प्रतिकारात्मक टैरिफ: अमेरिका भारतीय उत्पादों पर 100% टैरिफ लागू कर सकता है, जिससे व्यापार संबंधों में अस्थिरता हो सकती है।
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली: विदेशी संस्थागत निवेशक भारतीय शेयर बाजार से पैसे निकाल रहे हैं, जिससे बाजार में दबाव बढ़ रहा है।
- आर्थिक अनिश्चितता: वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका और अमेरिकी जीडीपी में गिरावट के अनुमान ने निवेशकों का भरोसा कमजोर किया है, जिससे बाजार में अस्थिरता बढ़ी है।
इन तीन प्रमुख कारणों के चलते बाजार में गिरावट का दौर जारी है, और निवेशकों के लिए सतर्क रहना जरूरी है।