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संसद के शीतकालीन सत्र का हंगामेदार होने के आसार नजर आ रहे हैं, महुआ मोइत्रा संबंधी रिपोर्ट पेश होने पर माहौल होगा गरम, विपक्षी दल उठा सकते हैं मणिपुर और छापेमारी जैसे मुद्दे

नई दिल्ली//देश के तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में अपनी जीत से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी इस सप्ताह शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष को घेरने की कोशिश करेगी जबकि विपक्षी दल मणिपुर जांच एजेंसियों के द्वारा छापेमारी जैसे कुछ विषय उठाने का प्रयास कर सकते हैं । इस सत्र के दौरान लोकसभा में उसे वक्त हंगामा हो सकता है जब सदन की आचार समिति की रिपोर्ट पेश की जाएगी जिसमें तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुवा मोइत्रा को रिश्वत लेकर सवाल पूछने के आरोप में निष्कासित करने की सिफारिश की गई है । विपक्षी गठबंधन “इंडिया” के नेता संसद के अंदर और चुनावी मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा से मुकाबला करने के लिए अपनी रणनीतियों को नीचे से तैयार कर चुके हैं शीतकालीन सत्र के बारे में पूछे जाने पर संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा की अगर विपक्ष संसद को बाधित करता है तो उसे आज से भी बुरे नतीजे का सामना करना पड़ेगा । सरकार ने शीतकालीन सत्र की 15 बैठकों के लिए एक भारी विधाई एजेंडा पेश किया है। इसमें औपनिवेशिक युग के आपराधिक कानून के स्थान पर लाए गए प्रमुख विधायक निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति के लिए एक रूपरेखा प्रदान करने से संबंधित विधेयक शामिल है । संसद में सवाल पूछने के लिए पैसे लेने से संबंधित शिकायत पर मोइत्रा को निचले सदन से निष्कासित करने की सिफारिश करने वाली लोकसभा की आचार समिति की रिपोर्ट भी पेश किए जाने के लिए सूचीबद्ध है लोकसभा में उप नेता राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में तृणमूल नेताओं ने मोइत्रा को निष्कासित करने का निर्णय लेने से पहले आचार समिति की रिपोर्ट पर लोकसभा में चर्चा करने की मांग की थी ।

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