24 घंटे के भीतर हाथी के हमले से दूसरी मौत

बलरामपुर/जिले के शंकरगढ़ वन परी क्षेत्र में 24 घंटे के भीतर हाथी के हमले से दो लोगों की मौत हो गई । हाथी के दल से बिछड़े हाथी ने रात भर में ग्राम पंचायत परिवार के आश्रित ग्राम परसा ढूंढी में लांगुरिया 56 वर्ष को कुचलकर मार डाला मृतक टमाटर फसल की रखवाली के लिए गया था । अचानक हाथी से सामना हो जाने के कारण वह भाग नहीं सका, दो दिनों पहले भी इस हाथी ने एक महिला को कुचलकर मार डाला था । एक सप्ताह के भीतर शंकरगढ़ वन परिक्षेत्र में हाथियों के हमले से तीन लोगों की मौत हो चुकी है । सोमवार रात को डीएफओ विवेकानंद झा भी घटनास्थल में पहुंचे उन्होंने प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थान पर रखना तथा उसके अनुरूप सारा प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं । मृतक के आश्रितों को ₹25000 की तात्कालिक आर्थिक सहायता राशि दी गई है । चार दिन पूर्व प्रतापपुर वन पर क्षेत्र की ओर से 11 हाथियों का दल शंकरगढ़ वन परिक्षेत्र में पहुंचकर स्वच्छ विचरण कर रहा है , 11 हाथियों में से एक हाथी दल से अलग होकर भटक गया है तथा लगातार तीन लोगों की जान ले चुका है । शेष 10 हाथी भी दो दल में बट गए हैं, एक दल में तीन और दूसरे दल में सात हाथी हैं ,दल से बिछड़े हाथी ज्यादा आक्रामक होता है । जानकारी के अनुसार ग्राम परसा ढूंढी निवासी लमरू पिता राम कोरपा 56 वर्ष अपने चार साथियों के साथ टमाटर के फसल की रखवाली करने गया था, रात में अचानक एक हाथी वहां पहुंच गया, उसके साथ गए लोग तो किसी तरह जान बचाकर भाग निकले लेकिन लमरु राम हाथी की चपेट में आ गया हाथी के हमले से लमरू राम की मौके पर ही मौत हो गई । घटना के बाद जंगली हाथी दल क्षेत्र के सारापानी जंगल में पहुंच चुका है यह क्षेत्र सरगुजा और जशपुर का सीमावर्ती इलाका है । 10 हाथियों का दल भैरोपुर से दो भागों में बंटकर सात हाथी शंकरगढ़ वन परीक्षित के धार नगर खैराडीह के बीच जंगल में , वही तीन हाथी राजपुर वन परिक्षेत्र के अल खटिया के जंगल में है हाथियों की सही तरीके से निगरानी नहीं होने के कारण जनहानि की घटनाएं लगातार बढ़ रही है ।