Waqf Bill: मुस्लिम धर्मगुरु ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, विधेयक के विरोध पर उठाए सवाल

नई दिल्ली (शिखर दर्शन) // वक्फ संशोधन विधेयक (Waqf Amendment Bill) को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। मुस्लिम संगठनों को विपक्षी दलों का समर्थन मिल रहा है, लेकिन केंद्र सरकार अपने रुख पर अडिग है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट कर दिया है कि यह विधेयक संसद के मौजूदा सत्र में फिर से पेश किया जाएगा। संसद का बजट सत्र 4 अप्रैल तक चलेगा, ऐसे में अगले चार कार्य दिवसों में इसे पेश किए जाने की संभावना है।
इसी बीच, अलीगढ़ के प्रख्यात मुस्लिम धर्मगुरु इफराहिम हुसैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर विधेयक का विरोध करने वालों की जांच की मांग की है। उन्होंने वक्फ संपत्तियों के रखरखाव और सही उपयोग के लिए पारदर्शी नीति बनाए जाने की भी अपील की।
विरोध पर सवाल, पारदर्शी नीति की मांग
धर्मगुरु इफराहिम हुसैन ने पत्र में लिखा कि जो लोग इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं, उन्होंने अब तक वक्फ संपत्तियों को भू-माफियाओं से मुक्त कराने और इस पर सख्त कार्रवाई की मांग क्यों नहीं की? उन्होंने कहा कि यदि इन संपत्तियों का सही उपयोग किया जाए तो मुस्लिम समाज के गरीब, अनाथ और जरूरतमंद लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं।
वक्फ संपत्तियों पर प्रभावशाली लोगों का कब्जा ?
हुसैन ने पत्र में जोर देकर कहा कि वक्फ संपत्तियों का सही उपयोग नहीं हो पा रहा है और अब तक की गई कार्रवाई नाकाफी रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ये संपत्तियां भू-माफियाओं के कब्जे में नहीं हैं? क्या इनका लाभ जरूरतमंदों को मिल रहा है? यदि नहीं, तो इसकी गंभीर जांच होनी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
मुस्लिम समाज के हक पर राजनीति नहीं होनी चाहिए
धर्मगुरु ने यह भी कहा कि मुस्लिम समाज की रहनुमाई करने वाले कुछ प्रभावशाली लोग ही जरूरतमंदों को उनके अधिकारों से वंचित कर रहे हैं। ऐसे लोगों की पहचान कर उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने मुस्लिम समाज के नेताओं और संगठनों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर राजनीति करने के बजाय समाज के कल्याण के लिए काम करें।
जरूरतमंदों तक पहुंचे वक्फ संपत्तियों का लाभ
इफराहिम हुसैन ने कहा कि यदि वक्फ संपत्तियों का सही उपयोग किया जाए, तो मुस्लिम समाज के गरीब और अनाथ बच्चों को बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ प्रभावशाली लोग और संगठन इन संपत्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं और इसका सही लाभ जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच पा रहा है।
धर्मगुरु ने जोर देकर कहा कि वक्फ संपत्तियों को पारदर्शिता के साथ उपयोग में लाने की जरूरत है। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो यह मुस्लिम समाज के लिए एक बड़ी क्षति होगी।