VWDC पर रिफ्रेशर ट्रेनिंग , पूर्व जस्टिस गीता मित्तल ने दिया व्यावहारिक प्रशिक्षण

बिलासपुर (शिखर दर्शन) // छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण और राज्य न्यायिक अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में लीगल एंड डिफेंस काउंसिलिंग द्वारा एक दिवसीय रिफ्रेशर ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें अधिवक्ताओं ने भाग लिया और “Vulnerable Witness in the Court Room” (VWDC) विषय पर गहन प्रशिक्षण प्राप्त किया।
पूर्व न्यायाधीश, जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख, माननीय गीता मित्तल ने अधिवक्ताओं को VWDC पर व्यावहारिक प्रशिक्षण (Practical Training) दिया और अदालतों में कमजोर एवं संवेदनशील गवाहों की सुरक्षा, उनके अधिकारों एवं न्याय प्रक्रिया में उनकी भूमिका को लेकर विस्तृत जानकारी साझा की।
इस कार्यक्रम में ज्ञानेश्वर सिंह, रवि पांडे, आदर्श गुप्ता, मिर्जा शाकिर बेग, श्वेता शास्त्री, शंभू शर्मा, रजनीश तिवारी, गीता मेश्राम, दीपाली मजूमदार, ललितेश मेश्राम, राजकमल कौशिक, रश्मि पांडेय, शिवानंद शिंदे, नीता सहित कई अधिवक्ता शामिल हुए।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रतिभागियों को VWDC रिफ्रेशर ट्रेनिंग प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य अदालतों में कमजोर गवाहों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करना और न्याय प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाना था।