सुशांत सिंह राजपूत मौत मामला: सीबीआई ने सौंपी क्लोजर रिपोर्ट, हत्या के सबूत नहीं मिले

नई दिल्ली (शिखर दर्शन) // अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में सीबीआई ने पांच साल की जांच के बाद क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है। जांच एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि इस मामले में हत्या के कोई सबूत नहीं मिले हैं, इसलिए केस को बंद किया जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, सुशांत की मौत आत्महत्या थी और किसी को भी इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। इसके साथ ही अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को भी सीबीआई से क्लीन चिट मिल गई है।
पांच साल की जांच के बाद बंद हुआ मामला
सुशांत सिंह राजपूत 14 जून 2020 को मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में मृत पाए गए थे। उनकी मौत के बाद पूरे देश में हड़कंप मच गया था और हत्या की आशंका के चलते यह मामला मुंबई पुलिस से सीबीआई तक पहुंचा। अगस्त 2020 में बिहार पुलिस से यह केस सीबीआई ने अपने हाथ में लिया था।
सीबीआई ने इस मामले को हत्या के एंगल से भी जांचा, लेकिन पांच साल की गहन जांच के बाद एजेंसी को ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला जिससे यह साबित हो सके कि सुशांत की मौत आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या थी। रिपोर्ट के अनुसार, अभिनेता को आत्महत्या के लिए उकसाने का भी कोई प्रमाण नहीं मिला।
कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना
सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट पर कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोला है। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि बीजेपी ने सुशांत की मौत को लेकर “गंदी राजनीति” की और बिहार चुनाव में फायदा उठाने के लिए इसे मुद्दा बनाया। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने इस केस के बहाने महाराष्ट्र की तत्कालीन महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार को बदनाम करने की कोशिश की थी, लेकिन अब सीबीआई की रिपोर्ट से सच्चाई सामने आ गई।
रिया चक्रवर्ती को राहत , वकील ने जताया आभार
सीबीआई की रिपोर्ट के बाद अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को बड़ी राहत मिली है। उनके वकील सतीश मानेशिंदे ने कहा कि “हम सीबीआई का धन्यवाद करते हैं कि उसने हर एंगल से जांच की और सच सामने लाया। इस केस में रिया और उनके परिवार को बेवजह प्रताड़ित किया गया।”
क्या था पूरा मामला?
- 14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत अपने फ्लैट में मृत पाए गए।
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह एस्फिक्सिया (दम घुटना) बताई गई।
- सुशांत के पिता के.के. सिंह ने पटना में एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें रिया चक्रवर्ती और अन्य पर आत्महत्या के लिए उकसाने, आर्थिक धोखाधड़ी और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया गया।
- मुंबई पुलिस से मामला सीबीआई के पास पहुंचा और पांच साल तक जांच चली।
- अब सीबीआई ने रिपोर्ट दाखिल कर केस बंद कर दिया है।
अब क्या होगा ?
सीबीआई की इस क्लोजर रिपोर्ट के बाद अब इस मामले में किसी नई जांच की संभावना बेहद कम है। हालांकि, सुशांत के परिवार या अन्य पक्ष इस फैसले को अदालत में चुनौती दे सकते हैं। फिलहाल, यह तय हो गया है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत आत्महत्या थी और इसमें किसी का हाथ नहीं था।