ऑनलाइन ठगी का बड़ा खुलासा: बिलासपुर पुलिस ने 15 करोड़ के साइबर फ्रॉड गैंग को दबोचा

बिलासपुर (शिखर दर्शन) // ऑनलाइन ठगी के मामले में बिलासपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। साइबर पुलिस ने अंतर्राज्यीय ठग गिरोह का पर्दाफाश कर तीन आरोपियों को महाराष्ट्र के ठाणे से गिरफ्तार किया है। ये आरोपी ऑनलाइन जॉब और वेबसाइट इन्वेस्टमेंट का झांसा देकर लोगों को ठगते थे। गिरोह ने अब तक 15 करोड़ रुपये से अधिक की रकम क्रिप्टोकरेंसी और यूएसडीटी में लेन-देन की थी।
शिक्षक से 48 लाख की ठगी से खुला मामला
बिलासपुर के मोपका निवासी शिक्षक सौरभ साहू ऑनलाइन ठगी के शिकार हुए थे। उन्हें ऑनलाइन जॉब और इन्वेस्टमेंट का लालच देकर 48 लाख रुपये की ठगी की गई। शिकायत मिलने के बाद रेंज साइबर पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच शुरू की और आरोपियों की लोकेशन ठाणे, महाराष्ट्र में पाई गई।
ठगी का हाईटेक तरीका
गिरोह के सदस्य शाकिब अंसारी, अंसारी मेराज और अंसारी फुजैल फर्जी सिम कार्ड और बैंक खातों का इस्तेमाल कर ऑनलाइन गेमिंग, ट्रेडिंग, वर्क फ्रॉम होम, रेटिंग रिव्यू, बीमा पॉलिसी और डिजिटल अरेस्ट जैसी योजनाओं के नाम पर ठगी करते थे।
50 लाख में खरीदे थे 100 बैंक खाते
जांच में सामने आया कि आरोपियों ने करीब 50 लाख रुपये में 100 बैंक खाते खरीदे थे। इन खातों के जरिए ठगी की गई रकम को यूएसडीटी और क्रिप्टोकरेंसी में बदला जाता था। इतना ही नहीं, आरोपियों ने ठगी की रकम से जमीन भी खरीदी है।
पुलिस ने जब्त किए अहम सबूत
गिरफ्तार आरोपियों के पास से 13 मोबाइल, फर्जी सिम कार्ड, बैंक पासबुक और एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ साइबर अपराध, आईटी एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
बिलासपुर पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से साइबर अपराधियों में हड़कंप मच गया है। पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।