नागपुर हिंसा के बाद आज पहली जुमे की नमाज, मस्जिदों के बाहर कड़ी सुरक्षा, अब तक 100 गिरफ्तार

नागपुर (शिखर दर्शन) // नागपुर में हुई सांप्रदायिक हिंसा के चार दिन बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। इसी बीच आज हिंसा के बाद पहली जुमे की नमाज अदा की जानी है, जिसे लेकर पुलिस हाई अलर्ट पर है। शहर की सभी प्रमुख मस्जिदों के बाहर भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। वहीं, गुरुवार को कुछ इलाकों में कर्फ्यू में रियायत दी गई थी, लेकिन संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा को और कड़ा कर दिया गया है।
अब तक 100 लोग गिरफ्तार, 12 एफआईआर दर्ज
नागपुर हिंसा मामले में पुलिस लगातार सख्त कार्रवाई कर रही है। अब तक कुल 12 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं, जिनमें से 4 साइबर पुलिस और 8 लोकल पुलिस ने दर्ज की हैं। हिंसा में शामिल 100 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा, पुलिस सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी रख रही है ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।
कांग्रेस करेगी दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा
इस बीच, महाराष्ट्र कांग्रेस ने हिंसा प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए एक विशेष समिति गठित की है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल द्वारा गठित इस समिति में वरिष्ठ नेता माणिकराव ठाकरे, नितिन राउत, यशोमति ठाकुर, हुसैन दलवई और साजिद पठान शामिल हैं। नागपुर जिला कांग्रेस प्रमुख और विधायक विकास ठाकरे को समिति का संयोजक बनाया गया है, जबकि एआईसीसी सचिव प्रफुल पाटिल समन्वयक होंगे।
कैसे भड़की थी नागपुर हिंसा ?
नागपुर में 17 मार्च की शाम हिंसा भड़क उठी थी, जब मुगल शासक औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन के दौरान विवाद हुआ। यह अफवाह फैली कि प्रदर्शन के दौरान आयत लिखी एक चादर जला दी गई है, जिसके बाद माहौल बिगड़ गया। इसके अलावा, कुरान शरीफ के अपमान की झूठी खबरों ने भी आग में घी डालने का काम किया। देखते ही देखते पथराव और आगजनी शुरू हो गई। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को कर्फ्यू लगाना पड़ा था।
फिलहाल, पुलिस पूरी तरह सतर्क है और हालात सामान्य बनाए रखने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है।