ईडी का शिकंजा: भूपेश बघेल के घर छापेमारी, आक्रोशित समर्थकों ने किया विरोध, अफसरों से झड़प

रायपुर (शिखर दर्शन) // छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई स्थित निवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी जारी है। इस कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में उनके समर्थक घर के बाहर एकत्र हो गए और ईडी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। हालात इतने तनावपूर्ण हो गए कि आक्रोशित समर्थकों ने ईडी अधिकारियों की गाड़ी रोकने की कोशिश की और अफसरों से झूमाझटकी की। इसके मद्देनजर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
बड़ी मात्रा में नकदी मिलने की आशंका, नोट गिनने की मशीन लेकर पहुंचे अधिकारी
सूत्रों के मुताबिक, भूपेश बघेल के निवास में बड़ी मात्रा में नगदी होने की सूचना के आधार पर ईडी और बैंक अधिकारियों की टीम नोट गिनने की मशीन लेकर पहुंची है। ईडी की टीम ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं और छह मोबाइल फोन की कॉल डिटेल्स और डिजिटल ट्रांजेक्शन की जांच कर रही है।
14 ठिकानों पर ईडी की दबिश, कई बड़े नेता पहुंचे बघेल के घर
ईडी की यह कार्रवाई सिर्फ भूपेश बघेल के आवास तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रदेशभर में 14 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। इनमें भिलाई स्थित उनके करीबी चैतन्य बघेल का निवास भी शामिल है। ईडी की टीमें रायपुर, भिलाई समेत अन्य जिलों में छानबीन कर रही हैं और दस्तावेजों की बारीकी से जांच कर रही हैं।

ईडी की छापेमारी की खबर मिलते ही कांग्रेस के बड़े नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में भूपेश बघेल के घर के बाहर एकत्र हो गए। पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, विधायक देवेंद्र यादव, अरुण वोरा, गिरीश देवांगन और विनोद वर्मा सहित एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता ईडी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
किन मामलों में हो रही जांच ?
सूत्रों के अनुसार, ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और आर्थिक अनियमितताओं से जुड़े मामलों में की जा रही है। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह छापेमारी किस विशेष मामले से जुड़ी है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम शराब घोटाले, कोयला घोटाले और महादेव सट्टा ऐप मामले में सामने आया था, जिसके चलते वे लंबे समय से ईडी के निशाने पर थे।
भूपेश बघेल ने बताया ‘राजनीतिक षड्यंत्र’
ईडी की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए भूपेश बघेल ने इसे एक राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर लिखा,
“सात वर्षों से चले आ रहे झूठे केस को जब अदालत ने बर्खास्त कर दिया, तो आज ईडी के मेहमानों ने मेरे भिलाई निवास पर दबिश दी है। यदि इस षड्यंत्र के जरिए कोई पंजाब में कांग्रेस को रोकने की कोशिश कर रहा है, तो यह उनकी गलतफहमी है।”

ईडी की इस कार्रवाई से छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और आगे की कार्रवाई की तैयारी कर रही हैं।