केंद्रीय विद्यालय में मनाया गया संविधान दिवस , विद्यार्थियों ने अपने अधिकारों को जाना !
केंद्रीय विश्वविद्यालय में संविधान दिवस समारोह का आयोजन किया गया । समारोह को एक विशिष्ट अंदाज में मनाया गया ।भारतीय संविधान के गठन विविध अनुच्छेदों व अनुसूचियां पर परिचर्चा आयोजित की गई । प्राचार्य धीरेंद्र कुमार झा ने अपने संक्षिप्त प्रेरणादायक भाषण में बताया कि भारतीय संविधान विश्व का सबसे विशाल संविधान है । प्राचार्य झा ने कहा कि इसमें वर्णित मौलिक अधिकार नागरिकों को उनके व्यक्तित्व विकास के अवसर प्रदान करता है तथा मौलिक कर्तव्यों का अनुपालन सभी नागरिकों के अधिकारों को सुगम बनता है । अगर हम अपने कर्तव्यों का निष्ठा पूर्वक पालन करें तो अधिकार हमें अपने आप ही मिल जाते हैं कार्यक्रम की शुरुआत संविधान निर्माता डॉक्टर स्व: भीमराव अंबेडकर के फोटो पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया । कक्षा 12वीं की छात्रा राशि एवं प्राची मिश्रा ने संविधान में वर्णित अधिकारों एवं कर्तव्य पर प्रकाश डाला कार्यक्रम संबंध में समन्वयक सुनील पांडे ने संविधान कि उद्देशिका को पढ़कर सबको संवैधानिक मूल्यों के प्रति आस्था एवं सम्मान की शपथ दिलाई, शिक्षक रणवीर कुमार ने संविधान दिवस के लक्ष्य एवं उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारतीय संविधान 26 नवंबर 1949 को अधिनियमित हुआ एवं 26 जनवरी 1950 को भारतीय गणतंत्र पूर्णत लागू हुआ ।