भारत-न्यूजीलैंड की जीत के जश्न पर पथराव: मस्जिद के सामने दो पक्षों में हिंसा, सड़क पर जले वाहन , पूर्व मंत्री उषा बोलीं- किसी को बख्शा नहीं जाएगा , पथराव, बवाल के बाद पुलिस ने संभाला मोर्चा

इंदौर (शिखर दर्शन) // भारत और न्यूजीलैंड की जीत के बाद इंदौर में निकले जश्न के जुलूस पर पथराव होने से शहर में तनाव की स्थिति बन गई। उपद्रवियों ने कई बाइक, कार और दुकानों में आग लगा दी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पहुंची पुलिस ने बल प्रयोग कर हालात संभाले। इस घटना में पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर रही है।
जामा मस्जिद के पास भड़का विवाद
जानकारी के मुताबिक, जश्न का जुलूस जब जामा मस्जिद के सामने पहुंचा, तो वहां दो पक्षों के बीच विवाद हो गया, जो देखते ही देखते हिंसा में बदल गया। पथराव की घटना मस्जिद से शुरू होकर आसपास की गलियों तक फैल गई। बड़ी संख्या में लोग नमाज पढ़कर बाहर निकले और उपद्रव करने लगे। सड़कों पर चारों ओर पत्थर बिखरे थे और कई वाहन जलते हुए नजर आए।
प्रशासन ने संभाला मोर्चा
घटना की सूचना मिलते ही इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह और ग्रामीण डीआईजी निमिष अग्रवाल मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की और कहा कि शहर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। हालात अब नियंत्रण में हैं और मामले की जांच जारी है।
सोची-समझी साजिश का आरोप
घटना के बाद क्षेत्रीय विधायक एवं पूर्व मंत्री उषा ठाकुर भी मौके पर पहुंचीं और पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि भारत की जीत का जश्न मना रहे लोगों पर हमला करना देशद्रोह है और इसमें शामिल दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने इसे एक सुनियोजित साजिश बताया और मुख्यमंत्री मोहन यादव से सख्त कार्रवाई की मांग की।
फिलहाल, पुलिस घटना के पीछे की साजिश की जांच कर रही है और उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है।