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दिल्ली से लेकर यूपी पटना और बिलासपुर के “मरिमाई घाट” तक छठ व्रतियों ने उगते सूर्य को दिया अर्घ्य , प्रकृति की उपासना श्रद्धा और आस्था के महापर्व का हुआ समापन , ” 36 घंटे का निर्जला उपवास पूरी होगी सभी आस “

छठ महापर्व का आज 20 नवंबर को चौथा और अंतिम दिन है ।उगते सूर्य को अर्ध देने के लिए छठ घाटों पर श्रद्धालुओं एवम उपासकों की भारी भीड़ देखी गई । उगते सूर्य को अर्ध देने के साथ ही छठ महापर्व का समापन हो गया, छठ महापर्व की शुरुआत “नहाए खाए” से होती है इसके बाद दूसरे दिन “खरना” तीसरे दिन “संध्या अर्ध” और चौथे दिन को “उषा अर्ध” के नाम से जाना जाता है । चार दिवसीय महापर्व छठ का समापन आज तड़के उगते सूर्य को अर्ध देने के साथ हो गया इस दौरान घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी रविवार की शाम को “अस्ताचलगामी” सूर्य को अर्ध दिया गया था । सोमवार सुबह उदयमान सूर्य को अर्ध देने के साथ ही महापर्व छठ का समापन हो गया । तड़के सुबह से ही पटना के घाटों पर छठ व्रती पहुंचने लगे और पूरे विधिवत तरीके से उगते हुए भगवान भास्कर को अर्ध दिया जिसके बाद चार दिवसीय छठ महापर्व पूरा हुआ । इस दौरान घाटों पर पूरी रात रोशनी और रहने की व्यवस्था की गई थी । घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी “बांस” की टोकरी में मौसमी फल , ठेकुआ , गन्ना और पूजा का सामान सजाया गया था छठ गीतों के साथ घाट भी छठ की छटा से दमक रहे थे इस दौरान श्रद्धालुओं ने घाटों पर आस्था की डुबकी भी लगाई छठ व्रतीयो को किसी तरह की कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े इसके लिए पटना में गंगा किनारे करीब 100 घाटों पर प्रशासन एवम समितियों द्वारा विशेष प्रबंध किए गए थे । श्रद्धालुओं ने उगते हुए सूर्य को अर्ध दिया इस दौरान व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी । तमाम घाटों पर मेडिकल कैंप भी लगाए गए थे । और सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की गई थी । 36 घंटे का निर्जला उपवास उदयमान सूर्य को अर्ध देने के बाद पूरा हो गया । भगवान भास्कर की उपासना का चार दिवसीय छठ पूरे बिहार में शांति और श्रद्धा के साथ संपन्न हुवा , सुबह के उगते सूर्य को अर्ध तक पूरे बिहार में भक्ति का माहौल बना रहा चारों ओर छठ मईया के गीत गूंजते रहे, गंगा नदी के तट के अलावा लोगों ने अपने घरों और तालाबों में भी डूबते हुए सूर्य को अर्थ दिया । इस दौरान घाटों पर सुरक्षा की अच्छी व्यवस्था दिखाई दी , घाटों पर नाव की तैनाती भी देखी गई, भीड़ को नियंत्रित करने और किसी अप्रिय घटना को न घटने देने से बचने के लिए लगभग 5000 अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए थे । इसके अलावा शहर के विभिन्न घाटों पर 300 से अधिक एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान तैनात किए गए थे । इधर छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर शहर में भारत का दूसरा नंबर का माना जाने वाला छठ घाट में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई यहां श्री रवि पासवान “प्रथम श्रेणी विद्युत ठेकेदार” के नेतृत्व में उनके ईष्ट मित्रों द्वारा गठित “छठ पूजा आयोजन समिति” के तत्वाधान में छठ उपासकों के लिए रेलवे कॉलोनी मरिमाई मंदिर प्रांगण स्थित तालाब में अद्भुत ,अलौकिक , विशालतम छठ घाट का निर्माण किया गया था जहां श्रद्धालुओं के लिए काबिले तारीफ इंतजाम किए गए थे ।

इधर बिलासपुर छठ पूजा आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री रवि पासवान ने सभी श्रद्धालुओं को छठ पूजा की शुभकामनाओं के साथ सभी की मनोकामनाएं पूरी होने के लिए छट्ठी मईया से प्राथना की और कहा की यदि सभी छठ व्रतियों का सकारात्मक सहयोग रहा तो अगले वर्ष इससे भी बेहतर और अकल्पनीय व्यवस्था करेंगे ।

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