रायपुर संभाग

छत्तीसगढ़ में दिखा रमजान का चांद: आज पहली तरावीह, कल पहला रोजा

रायपुर (शिखर दर्शन) // छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत प्रदेशभर में रमजान का पाक महीना चांद नजर आने के साथ शुरू हो गया है। आज से सभी मस्जिदों में विशेष नमाज (तरावीह) अदा की जाएगी, जबकि कल सुबह सहरी के बाद पहला रोजा रखा जाएगा। इससे पहले, सऊदी अरब में 28 फरवरी को चांद दिखने के कारण वहां 1 मार्च से रमजान शुरू हो गया था।

रमजान का महत्व और इस्लामिक परंपराएं

रमजान इस्लामिक कैलेंडर का नौवां महीना है, जिसे रहमत और बरकत का महीना माना जाता है। मुस्लिम समुदाय के लोग इस दौरान अल्लाह की नेमत पाने के लिए 30 दिन तक रोजा रखते हैं। इस पाक महीने का हर क्षण बेहद कीमती माना जाता है, जिसमें इबादत और नेक कार्य करने से कई गुना अधिक पुण्य मिलता है। रोजा रखते समय लोग अपने बुरे कर्मों से तौबा करते हैं और ईमानदारी से धार्मिक परंपराओं का पालन करते हैं।

डिहाइड्रेशन से बचने के लिए बरतें सावधानी

रोजे के दौरान पूरे दिन बिना भोजन और पानी के रहने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन जैसी समस्या हो सकती है। ऐसे में रोजेदारों को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए:

  • इफ्तार में हल्का और सुपाच्य भोजन करें, जिसमें पानी की अधिक मात्रा हो, ताकि शरीर में नमी बनी रहे।
  • गर्मी के मौसम को देखते हुए ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जो शरीर को हाइड्रेट रखें।
  • इफ्तार और सहरी में ऐसे फलों और सब्जियों को शामिल करें, जिनमें पानी की मात्रा अधिक हो, जैसे खीरा, तरबूज, संतरा और अंगूर।
  • कैफीन युक्त पेय पदार्थों से बचें, क्योंकि चाय और कॉफी शरीर का पानी सोख लेती हैं और प्यास ज्यादा लग सकती है।

सहरी और इफ्तार में इन बातों का रखें ध्यान

  1. सहरी या इफ्तार में कम तली-भुनी चीजें खाएं, क्योंकि ये ज्यादा प्यास लगने का कारण बन सकती हैं।
  2. सहरी में प्रोटीन और फाइबर युक्त भोजन का सेवन करें, जैसे मल्टीग्रेन रोटी, फल, अंडे, पनीर, चिकन आदि, ताकि लंबे समय तक पेट भरा रहे।
  3. सहरी में हरी पत्तेदार सब्जियां और सलाद को शामिल करें, जिससे शरीर को आवश्यक पोषण और हाइड्रेशन मिले।
  4. इफ्तार की शुरुआत खजूर, शिकंजी या सूप जैसी हल्की चीजों से करें, ताकि पाचन तंत्र पर अधिक दबाव न पड़े।
  5. रोजे के दौरान शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त नींद लेना जरूरी है। सुबह सहरी की वजह से नींद पूरी न होने पर दिन में आराम करें।

रमजान का यह पाक महीना इबादत और संयम का समय होता है। रोजेदारों को अपनी सेहत का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए, ताकि वे पूरे महीने धार्मिक अनुष्ठानों को बिना किसी परेशानी के निभा सकें।

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