नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़: 18 की मौत, अव्यवस्था से हालात अब भी बेकाबू , इमरजेंसी खिड़की से ट्रेन में घुस रहे लोग , स्टेशन पर भारी भीड़ के कारण व्यवस्था बदहाल , पुलिस और रेलवे अधिकारी नदारद

नई दिल्ली (शिखर दर्शन) // राजधानी के प्रमुख रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 14 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं। इस घटना में 25 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मृतकों में बिहार के 9, दिल्ली के 8 और हरियाणा के 1 व्यक्ति की पहचान हुई है। हादसे के बावजूद स्टेशन पर अव्यवस्था बनी हुई है और यात्रियों की भारी भीड़ से हालात और बिगड़ते जा रहे हैं।
स्टेशन पर अफरातफरी, यात्री इमरजेंसी खिड़कियों से चढ़ने को मजबूर
रविवार को भी स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी, खासकर बिहार और उत्तर प्रदेश जाने वाली ट्रेनों में अव्यवस्था का माहौल रहा। हालात इतने बेकाबू थे कि यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने के लिए इमरजेंसी खिड़कियों का सहारा लेना पड़ा। प्लेटफॉर्म पर पुलिस और रेलवे अधिकारी नदारद दिखे, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।

भगदड़ के पीछे क्या था कारण? पुलिस कर रही जांच
दिल्ली पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा से यात्रियों में भ्रम की स्थिति बनी, जिससे भगदड़ मच गई। घटना प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 के पास हुई, जहां पटना जाने वाली मगध एक्सप्रेस और जम्मू जाने वाली उत्तर संपर्क क्रांति खड़ी थी। बताया जा रहा है कि एक यात्री सीढ़ियों पर फिसलकर गिर पड़ा और उसके पीछे आ रहे कई यात्री उसकी चपेट में आ गए, जिससे भगदड़ मच गई।
जेबकतरों ने बढ़ाई मुसीबत, घायलों के जेब काटे
इस भयावह घटना के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने भीड़ का फायदा उठाकर यात्रियों की जेब काटने की शर्मनाक हरकत की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ के दौरान कुछ जेबकतरे ब्लेड और चाकू से यात्रियों के सामान और जेब काटते देखे गए। इस अमानवीय कृत्य ने स्थिति को और गंभीर बना दिया।
सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान
सरकार ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवारों को 10 लाख रुपये और घायलों को 2.5 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। रेलवे प्रशासन ने भी उच्चस्तरीय जांच कमेटी गठित कर घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
स्टेशन पर अब भी अव्यवस्था, यात्रियों की परेशानी जारी
हादसे के बाद भी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीड़ का आलम जारी है। ट्रेनों में यात्रियों की संख्या आरक्षित सीटों से कई गुना अधिक है, जिससे अनारक्षित और वेटिंग टिकट वालों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की सुस्त व्यवस्था से यात्रियों में रोष है और अव्यवस्था के चलते नए हादसे की आशंका बनी हुई है।