उत्तरप्रदेश

श्रद्धालुओं के लिए बुरी खबर: 26 फरवरी तक गंगा आरती में नहीं हो सकेंगे शामिल, प्रशासन ने बढ़ाई पाबंदी

वाराणसी (शिखर दर्शन) // महाकुंभ से लौटने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ काशी में उमड़ रही है, जिससे घाटों पर जबरदस्त भीड़ देखी जा रही है। इसी को देखते हुए प्रशासन ने गंगा आरती में श्रद्धालुओं की भागीदारी पर रोक की अवधि बढ़ा दी है। पहले यह पाबंदी 11 फरवरी तक थी, लेकिन अब इसे 26 फरवरी तक बढ़ा दिया गया है। इस दौरान गंगा आरती केवल सांकेतिक रूप से सीमित लोगों की उपस्थिति में होगी।

प्रशासन ने की ऑनलाइन आरती से जुड़ने की अपील

अधिकारियों के अनुसार, घाटों पर अत्यधिक भीड़ के कारण यह निर्णय लिया गया है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे ऑनलाइन गंगा आरती से जुड़ें और भीड़भाड़ से बचें। काशी के विभिन्न घाटों पर 26 फरवरी तक नियमित गंगा आरती का आयोजन नहीं किया जाएगा।

महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड भीड़

महाकुंभ में इस बार 51 करोड़ से अधिक श्रद्धालु अब तक गंगा स्नान कर चुके हैं। शनिवार को ही 1.36 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य स्नान किया। प्रयागराज में लाखों श्रद्धालु आ रहे हैं और वहीं से बड़ी संख्या में काशी व अयोध्या की ओर बढ़ रहे हैं। इसी कारण वाराणसी में तीर्थयात्रियों की भीड़ अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई है, जिससे प्रशासन को यह कड़ा कदम उठाना पड़ा।

भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन सख्त

प्रशासन घाटों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर रहा है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं को घाटों पर अनावश्यक भीड़ न लगाने की सलाह दी गई है।

श्रद्धालुओं को कब मिलेगी राहत?

अगर स्थिति नियंत्रण में रहती है, तो 26 फरवरी के बाद गंगा आरती फिर से श्रद्धालुओं के लिए खोली जा सकती है। प्रशासन हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है और स्थिति के अनुसार आगे निर्णय लिया जाएगा।

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