नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत, कांग्रेस को भारी नुकसान – 10 निगम, 49 पालिका और 114 नगर पंचायतों के अंतिम नतीजे जानें

भाजपा की ऐतिहासिक जीत, कांग्रेस को करारा झटका
रायपुर (शिखर दर्शन) // छत्तीसगढ़ में हुए नगरीय निकाय चुनावों के नतीजे सामने आ चुके हैं, जिनमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने प्रचंड जीत दर्ज कर कांग्रेस को करारा झटका दिया है। नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत—तीनों स्तरों पर भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया, जबकि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) को निराशा हाथ लगी। निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी कुछ सीटों पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। इन नतीजों ने राज्य की राजनीति में भाजपा के बढ़ते प्रभाव को स्पष्ट कर दिया है।
नगर निगम: भाजपा का क्लीन स्वीप
इस बार राज्य के 10 नगर निगमों में भाजपा ने सभी सीटों पर जीत दर्ज कर ली, जबकि कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशी खाता भी नहीं खोल सके। भाजपा की इस ऐतिहासिक सफलता ने विपक्षी दलों को बड़ा झटका दिया है।
नगर पालिका: भाजपा ने 49 में से 35 सीटों पर जमाया कब्जा
नगर पालिका चुनावों में भी भाजपा ने दमदार प्रदर्शन किया और कुल 49 सीटों में से 35 पर जीत हासिल की। कांग्रेस को केवल 8 सीटों से संतोष करना पड़ा, जो तखतपुर, मुंगेली, कटघोरा, महासमुंद, बागबाहरा, सुरजपुर, मंदिर हसौद और अभनपुर में मिलीं। AAP को मात्र 1 सीट (बोदरी) पर सफलता मिली, जबकि 5 सीटें निर्दलीय प्रत्याशियों के खाते में गईं।
नगर पंचायत: भाजपा का परचम लहराया
नगर पंचायत चुनावों में भी भाजपा ने अपना दबदबा बरकरार रखा और 114 में से 81 सीटों पर जीत दर्ज की। कांग्रेस को मात्र 22 सीटें मिलीं, जबकि बसपा (BSP) को सिर्फ 1 सीट से संतोष करना पड़ा। निर्दलीय प्रत्याशियों ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की।
भाजपा की जीत के मायने
इस चुनाव में भाजपा की जबरदस्त सफलता ने यह साबित कर दिया है कि राज्य की राजनीति में उसकी पकड़ मजबूत हो रही है। कांग्रेस के लिए यह परिणाम किसी बड़े झटके से कम नहीं हैं, क्योंकि अधिकांश सीटों पर उसे हार का सामना करना पड़ा। AAP की स्थिति भी कमजोर रही, क्योंकि उसे सिर्फ एक सीट पर जीत मिली। निर्दलीय प्रत्याशियों ने 15 सीटें जीतकर अपनी मजबूती का संकेत दिया।
राजनीतिक समीकरणों में बदलाव
छत्तीसगढ़ के इन नगरीय निकाय चुनावों ने राजनीतिक परिदृश्य को पूरी तरह बदल दिया है। भाजपा की यह ऐतिहासिक जीत अगले विधानसभा चुनावों के लिए भी एक बड़ा संकेत मानी जा रही है। मतदाताओं ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वे भाजपा की नीतियों और नेतृत्व में विश्वास जता रहे हैं।