Chhattisgarh Nikay Chunav 2025: बिलासपुर नगर निगम में भाजपा की वापसी, पूजा विधानी ने प्रमोद नायक को बड़े अंतर से हराया

बिलासपुर (शिखर दर्शन) // पांच साल बाद बिलासपुर नगर निगम में भाजपा ने जोरदार वापसी करते हुए जीत का परचम लहराया। भाजपा प्रत्याशी पूजा विधानी ने कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद नायक को 66 हजार से अधिक वोटों के बड़े अंतर से हराकर नगर निगम की सत्ता हासिल कर ली। विपरीत परिस्थितियों और कड़ी चुनावी टक्कर के बावजूद भाजपा को जीत मिली, जिसमें अमर अग्रवाल की रणनीति ने अहम भूमिका निभाई।
भाजपा की जीत में भीतरघात बना कांग्रेस के लिए नुकसान
नगर निगम चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही थी, लेकिन मतदान के बाद भाजपा के पक्ष में रुझान तेजी से बदला। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, भाजपा की जीत में अमर अग्रवाल की रणनीति अहम रही, वहीं कांग्रेस को भीतरघात का नुकसान उठाना पड़ा। शहर के 70 वार्डों में भाजपा को 45 सीटें और कांग्रेस को 22 सीटें मिलने का अनुमान था, जो भाजपा की मजबूत पकड़ को दर्शाता है।
पूजा विधानी: लंबे राजनीतिक अनुभव के साथ बनीं विजयी
एमए पास पूजा विधानी भाजपा नगर निगम नेता प्रतिपक्ष अशोक विधानी की पत्नी हैं और 1996 से भाजपा की सक्रिय सदस्य हैं। वे 1998 में पहली बार पार्षद बनीं और महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री पद पर भी दो बार कार्य कर चुकी हैं। उनका राजनीतिक अनुभव और क्षेत्र में सक्रियता भी उनकी जीत का एक प्रमुख कारण माना जा रहा है।
जाति विवाद बना चुनावी मुद्दा, फिर भी मिली जीत
चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने पूजा विधानी के जाति प्रमाण पत्र को लेकर सवाल खड़े किए और निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई। आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए पूजा विधानी को शाम पांच बजे तक आवश्यक दस्तावेज जमा करने का निर्देश दिया था। कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मुद्दे को उठाया, जबकि भाजपा ने इसे विपक्ष की रणनीति करार दिया।
पूजा विधानी ने खुद इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था,
“मैं उड़िया-तेलुगू परिवार से हूं, बिलासपुर में जन्मी और यहीं शिक्षित हुई हूं। मेरा जाति प्रमाण पत्र 1995 में बना था और उसमें एसडीएम की स्वीकृति भी है। कांग्रेस डरी हुई है, इसलिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है।”
भाजपा के लिए बिलासपुर में बड़ा संदेश
इस जीत के साथ भाजपा ने बिलासपुर में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। संगठन की बेहतर रणनीति और स्थानीय मुद्दों पर केंद्रित चुनाव प्रचार ने पार्टी को बढ़त दिलाई। कांग्रेस के भीतरघात और जाति विवाद जैसे मुद्दों के बावजूद, भाजपा ने निर्णायक बढ़त बनाकर नगर निगम पर कब्जा कर लिया।
बिलासपुर नगर निगम में भाजपा की वापसी, पूजा विधानी की बड़ी जीत
🔹 भाजपा की पांच साल बाद बिलासपुर नगर निगम में वापसी।
🔹 भाजपा प्रत्याशी पूजा विधानी ने कांग्रेस के प्रमोद नायक को 66 हजार से अधिक वोटों से हराया।
🔹 भाजपा की जीत में अमर अग्रवाल की रणनीति अहम रही, कांग्रेस को भीतरघात से नुकसान।
🔹 नगर निगम चुनाव में भाजपा को 70 में से 45 वार्डों में बढ़त, कांग्रेस को 22 सीटों का अनुमान।
🔹 पूजा विधानी 1996 से भाजपा की सक्रिय सदस्य, 1998 में पहली बार पार्षद बनीं।
🔹 महिला मोर्चा में दो बार प्रदेश महामंत्री रह चुकी हैं।
🔹 चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने पूजा विधानी के जाति प्रमाण पत्र पर आपत्ति जताई।
🔹 निर्वाचन आयोग ने उन्हें दस्तावेज जमा करने का निर्देश दिया, लेकिन प्रमाण पत्र सही पाया गया।
🔹 पूजा विधानी ने जाति विवाद को निराधार बताते हुए कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाया।
🔹 इस जीत से भाजपा ने नगर निगम में अपनी पकड़ मजबूत कर ली।