पति की मर्जी बिना महाकुंभ गई पत्नी, नाराज पति ने तलाक की लगाई अर्जी

भोपाल (शिखर दर्शन) // प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में देशभर से श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं। धर्म और श्रद्धा के इस महासंगम में हर वर्ग के लोग शामिल हो रहे हैं, लेकिन इसी धार्मिक माहौल के बीच भोपाल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के अत्यधिक धार्मिक झुकाव से परेशान होकर कुटुंब न्यायालय में तलाक की अर्जी लगा दी है।
क्या है मामला?
भोपाल निवासी व्यक्ति ने कोर्ट में दायर अर्जी में कहा है कि उसकी पत्नी उसकी मर्जी के बिना धार्मिक यात्राओं पर जाती है। हाल ही में वह प्रयागराज महाकुंभ गई थी, जबकि पति ने उसे मना किया था। इससे पहले भी वह अपनी सहेलियों के साथ वृंदावन की यात्रा कर चुकी थी। पति का आरोप है कि जब से पत्नी धार्मिक यात्राओं पर जाने लगी है, तब से उसका व्यवहार और पहनावा पूरी तरह बदल गया है।
पति ने क्या लगाए आरोप?
पति ने आरोप लगाया कि पत्नी अब पारंपरिक साज-सज्जा की जगह साधु-संतों जैसा रहन-सहन अपनाने लगी है। उसने सिंदूर और बिंदी लगाना छोड़ दिया है और अब चंदन का टीका लगाने लगी है। इसके अलावा, उसने रुद्राक्ष की माला पहननी शुरू कर दी है, जो उसके दोस्त और सहकर्मियों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। पति का कहना है कि जब वह अपनी पत्नी को ऑफिस पार्टियों में ले जाता है, तो उसके मित्र मजाक उड़ाते हैं।
नौकरी छोड़ पूजा-पाठ में जुटी पत्नी
पति ने आगे कहा कि उसकी पत्नी पहले प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी, लेकिन सरकारी नौकरी न मिलने के कारण वह पूरी तरह से पूजा-पाठ और टोने-टोटके में लग गई। आरोप है कि अब वह दिनभर धार्मिक बाबाओं के बताए उपायों को अपनाती है और घंटों मंदिर में बिताती है।
कोर्ट में चल रही सुनवाई
यह मामला अब कुटुंब न्यायालय में पहुंच चुका है, जहां पति ने तलाक की मांग की है। कोर्ट इस अनोखे पारिवारिक विवाद की सुनवाई कर रही है। पति का कहना है कि पत्नी का धार्मिकता की ओर बढ़ता झुकाव उनके वैवाहिक जीवन में दरार पैदा कर रहा है, जबकि पत्नी का पक्ष आना अभी बाकी है।
यह मामला सामाजिक और वैवाहिक जीवन में बदलते मूल्यों की एक अनोखी मिसाल बन सकता है। देखना दिलचस्प होगा कि न्यायालय इस पर क्या निर्णय लेता है।