राजस्थान में हुआ बड़ा हादसा, पुलिया से नीचे रेलवे ट्रैक पर गिरी यात्री बस, चार लोगों की मौत और 30 घायल !
दौसा// (शिखरदर्शन) राजस्थान के दौसा जिले में एक सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। हादसा दौसा के कलेक्ट्रेट सर्किल के पास हुआ है जहां एक यात्री बस अनियंत्रित होकर पुलिया से नीचे रेलवे ट्रैक पर गिर गई । घटना देर रात 3:00 बजे की बताई जा रही है,हादसा इतना जबरदस्त था की पूरी की पूरी यात्री बस सड़क में चलते हुऐ अनियंत्रित हो कर रेलवे ट्रेक के ऊपर बने पुल से सीधे नीचे ट्रेक पर ही गिर गई, और यात्रियों की चीख पुकार मच गई । प्राप्त जानकारी के अनुसार स्लीपर कोच वाली बस हरिद्वार से उदयपुर के लिए जा रही थी। इसी दौरान राजस्थान के दौसा जिले में कलेक्टर ऑफिस के नजदीक रेलवे ट्रैक के ऊपर से गुजरने वाली एक पुलिया के ऊपर से जब बस गुजर रही थी तभी बस के चालक को अचानक ही नींद की झपकी आ गई, और बस पुलिया की रेलिंग तोड़ते हुए सीधे नीचे रेलवे ट्रैक पर आ गई बस को हटाने के कारण रेलवे को काफी मशक्कत करनी पड़ी जिसके कारण काफी वक्त लगा और रेलवे यातायात भी प्रभावित हुआ जिसके कारण कई रेल गाड़ियां लेट हो गई । घटना की जानकारी लगते ही दौसा कलेक्टर करम चौधरी स्वयं देर रात हादसा स्थल और अस्पताल पहुंच गए थे । कलेक्टर चौधरी ने बताया कि दो महिलाओं समेत चार लोगों की अब तक मौत हो चुकी है 30 से ज्यादा लोग इस हादसे में घायल हो चुके हैं, और अब तक सात लोगों को जयपुर के अस्पताल के लिए रेफर किया जा चुका है। हादसे में जिन लोगों की मौतें हुई है और जो लोग घायल हुए हैं वह जयपुर, टोंक और पश्चिम बंगाल के रहने वाले बताए जा रहे हैं।बस पहले जयपुर रुकती उसके बाद उदयपुर रवाना होती । देर रात जब घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया उस समय अस्पताल में सीनियर डॉक्टर मौजूद नहीं थे इस बारे में भी कलेक्टर चौधरी ने अब जांच पड़ताल की बात कही है । मृतकों में दो महिला शामिल है और घायलों में अधिकांश महिलाएं वा बच्चे भी शामिल है । इस हादसे के बाद रेलवे के अधिकारी और जिला कलेक्टर तथा पुलिस के अधिकारी सहित अन्य लोग मौके पर पहुंचे गय थे। और उसके बाद राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया हादसे में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है । मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्युकी कई लोग गंभीर रूप से घायल है, ज्यादातर घायलों के शरीर की तो कई हड्डियां टूट भी चुकी है । राहत और बचाव कार्य में स्थानीय लोगो ने प्रशासन की बहुत अधिक मदद भी की ।