MP BSF ट्रेनिंग फर्जीवाड़ा: छत्तीसगढ़ कनेक्शन उजागर, रायपुर से जारी हुए फर्जी नियुक्ति पत्र, पुलिस ने भेजी जांच टीम

डबरा (शिखर दर्शन) // ग्वालियर के टेकनपुर स्थित BSF ट्रेनिंग सेंटर में भर्ती घोटाले का बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें छत्तीसगढ़ का कनेक्शन सामने आया है। पुलिस जांच में पता चला कि फर्जी आरक्षकों को जारी नियुक्ति पत्र रायपुर से दिए गए थे। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने रायपुर में एक टीम भेज दी है, जो सेंटर से साक्ष्य जुटाएगी।
रायपुर सेंटर से जुटाए जाएंगे सबूत
ग्वालियर ग्रामीण के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निरंजन शर्मा ने बताया कि जब आरोपियों के घरों पर छापेमारी की गई तो उनके मूल दस्तावेज और ट्रेनिंग जॉइनिंग के दौरान जमा किए गए प्रमाण पत्र अलग-अलग पाए गए। पुलिस ने इन दस्तावेजों को जब्त कर लिया है। जांच में रायपुर सेंटर का लिंक मिलने के बाद टीम को वहां भेजा गया है, जो सबूत इकट्ठा कर आगे की कार्रवाई करेगी।
ऐसे पकड़ा गया फर्जीवाड़ा
BSF में आरक्षक भर्ती की ट्रेनिंग के लिए 9 युवक पहुंचे थे। जब एकेडमी ने उनके फिंगरप्रिंट और दस्तावेजों की जांच की तो वे फर्जी पाए गए। असल में, इन युवकों की जगह परीक्षा किसी और ने पास की थी और ये दूसरे नाम व पहचान के साथ ट्रेनिंग में पहुंचे थे। मामले का खुलासा होते ही बिलौआ थाना पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू की, जिसे अब SIT को सौंप दिया गया है।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार

पुलिस ने इस घोटाले में शामिल पवन गुर्जर, संदीप कुमार, संदीप सिंह, दलवीर सिंह, रामदास सिंह, अजय राजावत, आकाश सिंह, अनिल कुमार सिंह और परवेंद्र उर्फ छोटू गुर्जर को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपियों को 11 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर रखा गया है। जांच टीम उनसे दलालों के नेटवर्क और फर्जी दस्तावेजों को लेकर पूछताछ कर रही है।
इस घोटाले में रायपुर कनेक्शन सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ में भी जांच तेज हो गई है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि रायपुर सेंटर से कितने और फर्जी नियुक्ति पत्र जारी हुए थे और इसमें कौन-कौन शामिल हैं।