Maha Kumbh 2025: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने त्रिवेणी संगम में लगाई डुबकी, मां गंगा को अर्पित किए पुष्प, सूर्य को दिया अर्घ्य

प्रयागराज (शिखर दर्शन) // राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को प्रयागराज में आस्था और आध्यात्म से ओत-प्रोत माहौल के बीच त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। संगम स्नान के बाद उन्होंने पूरे विधि-विधान से मां गंगा की आरती की और पूजा-अर्चना कर देश व समाज की समृद्धि की कामना की। इस दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी उनके साथ मौजूद रहीं।
राष्ट्रपति के आगमन पर कड़ी सुरक्षा, हेलिकॉप्टर से पहुंचीं अरैल
राष्ट्रपति मुर्मू मंगलवार सुबह 11 बजे विशेष विमान से दिल्ली से प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट पहुंचीं। वहां से वे हेलिकॉप्टर द्वारा अरैल स्थित डीपीएस हेलीपैड पहुंचीं, जहां से कार द्वारा संगम तट तक गईं। संगम घाट पर उन्होंने पूरे विधि-विधान के साथ डुबकी लगाई और गंगा पूजन किया। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी रखी गई थी और वीवीआईपी घाटों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई थी।
महाकुंभ में स्नान करने वाली दूसरी राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देश की दूसरी राष्ट्रपति बनीं, जिन्होंने महाकुंभ में त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। इससे पहले 1954 में भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने कुंभ मेले में स्नान किया था।
डिजिटल महाकुंभ अनुभव केंद्र का करेंगी अवलोकन
संगम स्नान और गंगा आरती के बाद राष्ट्रपति मुर्मू डिजिटल महाकुंभ अनुभव केंद्र का अवलोकन करेंगी, जहां उन्हें महाकुंभ के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व की जानकारी दी जाएगी। इसके बाद वे शाम चार बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगी।
अब तक कई बड़ी हस्तियां लगा चुकीं हैं संगम में डुबकी
महाकुंभ 2025 में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनका पूरा मंत्रिमंडल, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, अभिनेता और सांसद रवि किशन, कवि कुमार विश्वास सहित 73 देशों के प्रतिनिधिमंडल और भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुके हैं।
41 करोड़ से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं स्नान
महाकुंभ 2025 की भव्यता और दिव्यता पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। भारतीय संस्कृति और सनातन परंपराओं को देखने के लिए विदेशों से भी लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं। मंगलवार सुबह 8 बजे तक 46 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। अब तक 41 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। बसंत पंचमी के अवसर पर डेढ़ करोड़ से अधिक भक्तों ने संगम में शाही स्नान कर मां गंगा का आशीर्वाद प्राप्त किया, जबकि 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालु महाकुंभ में कल्पवास कर रहे हैं।
धार्मिक और सांस्कृतिक आस्था का केंद्र बना महाकुंभ
महाकुंभ 2025 न केवल आस्था, बल्कि भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और सनातन परंपरा का जीवंत उदाहरण बन चुका है। दुनिया भर से श्रद्धालु संगम में पुण्य स्नान के लिए आ रहे हैं और सनातन धर्म की दिव्यता का अनुभव कर रहे हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का यह संगम स्नान महाकुंभ के आध्यात्मिक महत्व को और भी विशेष बना देता है।