गंगासागर मेला को राष्ट्रीय मेला का दर्जा देने की ममता बनर्जी की मांग, केंद्र सरकार पर निशाना

प्रयागराज में महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होने जा रहा है, इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गंगासागर मेला को लेकर केंद्र सरकार को घेरते हुए महत्वपूर्ण सियासी बयान दिया है। ममता बनर्जी ने गंगासागर मेला को कुंभ मेले से भी बड़ा बताते हुए इसे राष्ट्रीय मेला का दर्जा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से इस मेले के लिए यह दर्जा चाह रही हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने अब तक इस पर कोई कदम नहीं उठाया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गंगा नदी (हुगली) के तट पर गंगासागर मेला का उद्घाटन करने के बाद कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार पिछले 10 साल से गंगासागर मेला को राष्ट्रीय मेला बनाने की कोशिश कर रही है, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। ममता ने कहा कि गंगासागर मेला कुंभ मेले से कम नहीं, बल्कि उससे भी बड़ा है।
ममता ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुंभ मेले के लिए हजारों करोड़ रुपये का बजट दिया जाता है, वहीं गंगासागर मेला के लिए पश्चिम बंगाल सरकार को खुद सारे इंतजाम करने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि गंगासागर मेला तक पहुंचने के रास्ते कुंभ से ज्यादा कठिन हैं, और तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए राज्य सरकार ने बायो टॉयलेट्स और आवास जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।
इसके साथ ही ममता ने केंद्र सरकार के अधूरे वादों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने मुरीगंगा नदी पर पुल बनाने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हो पाया। ममता ने ऐलान किया कि पश्चिम बंगाल सरकार इस पुल का निर्माण अपने खर्चे पर करेगी।
मुख्यमंत्री ने गंगासागर मेले के महंत से भी अपील की कि वे उत्तर प्रदेश में दान भेजने के साथ-साथ गंगासागर के विकास के लिए भी कुछ धनराशि खर्च करें, ताकि यहां के कटाव को रोका जा सके और इस क्षेत्र का समुचित विकास हो सके।
