12 जनवरी महाकाल आरती: भगवान महाकालेश्वर के दिव्य श्रृंगार के दर्शन करें

विशेष संवाददाता छमू गुरु की रिपोर्ट:
उज्जैन (शिखर दर्शन) // विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में रविवार, पौष मास की शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि पर अलसुबह श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए, जिसके बाद वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान महाकाल का विशेष अभिषेक और श्रृंगार संपन्न हुआ।
शुभारंभ जलाभिषेक से हुआ, जिसके बाद पंचामृत—दूध, दही, घी, शहद और फलों के रस—से भगवान का अभिषेक किया गया। विशेष पूजा-अर्चना के पश्चात भगवान महाकाल का अद्भुत श्रृंगार किया गया। महाकाल को शेषनाग के रजत मुकुट, रजत मुण्डमाल, रुद्राक्ष की माला और सुगंधित पुष्पों से बनी माला धारण करवाई गई। भस्म चढ़ाकर उनकी आराधना की गई और फल व मिष्ठान का भोग अर्पित किया गया।
सुबह की भस्म आरती में सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए और भगवान महाकाल के दिव्य रूप के दर्शन कर पुण्य लाभ कमाया। श्रद्धालुओं ने नंदी महाराज का दर्शन कर उनके कान में अपनी मनोकामनाएं व्यक्त कीं और आशीर्वाद मांगा।
पूरे मंदिर परिसर में “जय जय श्री महाकाल,” “हर हर महादेव,” और “हर हर शंभू” के जयकारों की गूंज रही। श्रद्धालुओं की आस्था और उत्साह ने वातावरण को अलौकिक बना दिया।