रायपुर संभाग

विष्णुदेव के सुशासन में छत्तीसगढ़ की महिलाएं हो रही हैं सशक्त और आत्मनिर्भर

रायपुर (शिखर दर्शन) // छत्तीसगढ़ में महिलाओं के सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक नया अध्याय लिखा जा रहा है। इसका श्रेय राज्य के लोकप्रिय मुख्यमंत्री, श्री विष्णुदेव साय को जाता है, जिन्होंने महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक स्थिति को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं लागू की हैं। इन योजनाओं के माध्यम से महिलाएं न केवल अपने परिवार का सहारा बन रही हैं, बल्कि समाज में एक नई मिसाल कायम कर रही हैं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, जिनका उद्देश्य उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है। इन योजनाओं के तहत महिलाएं अपने व्यवसायों को बढ़ा रही हैं और आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो रही हैं। एक उदाहरण है जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक की ग्राम झिक्की की निवासी नीतू गुप्ता का, जो ‘बिहान योजना’ से जुड़कर लखपति दीदी बन चुकी हैं।

नीतू गुप्ता ने ‘मुद्रा लोन’ के माध्यम से अपनी छोटी सी किराना दुकान को बढ़ाया है। वह अपनी दुकान के साथ-साथ महिलाओं को समूहों में जोड़ने और उन्हें कम ब्याज दर पर लोन दिलवाने का कार्य भी कर रही हैं। नीतू गुप्ता की मेहनत और योजनाओं के लाभ से वह अपनी खेती की आय से भी काफी लाभ उठा रही हैं। वह 7 एकड़ में टमाटर, खीरा, और करेला उगा रही हैं और महीने में 2 लाख 50 हजार रुपये की आमदनी कमा रही हैं। नीतू की तरह, राज्य में हजारों महिलाएं अब आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रही हैं।

महतारी वंदन योजना
इस योजना के तहत राज्य सरकार विवाहित महिलाओं को मासिक सहायता प्रदान कर रही है। अब तक 70 लाख से ज्यादा महिलाओं को इस योजना से लाभ हुआ है, जिससे उनके आत्मविश्वास में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। अब महिलाएं अपनी छोटी-छोटी आवश्यकताओं के लिए अपने परिवार पर निर्भर नहीं रहतीं।

महिला स्वावलंबन कार्यक्रम
सीएम विष्णुदेव साय ने महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण, आर्थिक सहायता और सब्सिडी प्रदान करने के लिए महिला स्वावलंबन कार्यक्रम शुरू किया है। इसके परिणामस्वरूप, राज्य की ग्रामीण और शहरी महिलाओं ने छोटे व्यवसाय शुरू किए हैं और आत्मनिर्भर बनी हैं।

शिक्षा और कौशल विकास
महिलाओं की शिक्षा और कौशल विकास को प्राथमिकता दी गई है। राज्य सरकार ने लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए छात्रवृत्तियां, नि:शुल्क शिक्षा और विशेष स्कूल बस सेवाएं शुरू की हैं। इसके अतिरिक्त, महिलाओं के लिए कौशल विकास केंद्रों की स्थापना की गई है, जहां उन्हें सिलाई, बुनाई, और कंप्यूटर प्रशिक्षण जैसे कार्य-कौशल सिखाए जाते हैं।

स्वास्थ्य और सुरक्षा
महिलाओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने सुरक्षित मातृत्व अभियान और महिला स्वास्थ्य योजना शुरू की हैं। इसके तहत गर्भवती महिलाओं को मुफ्त चिकित्सा सेवा और पोषण आहार प्रदान किया जा रहा है, साथ ही महिला हेल्पलाइन और फास्ट-ट्रैक कोर्ट स्थापित किए गए हैं।

महिला नेतृत्व को बढ़ावा
राज्य सरकार ने पंचायत और शहरी निकायों में महिलाओं के लिए 50% आरक्षण लागू किया है, जिससे महिलाएं अब निर्णय लेने की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भागीदार बन रही हैं।

सामाजिक जागरूकता अभियान
महिलाओं के अधिकारों और उनके समाज में स्थान को लेकर विभिन्न अभियान चलाए गए हैं। ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ और ‘नारी गरिमा यात्रा’ जैसे अभियानों ने समाज में महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण को बदला है।

सहकारी संगठनों का गठन
महिला स्वसहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को छोटे उद्योगों में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। ये महिलाएं अब मसाला बनाने, कढ़ाई, जैविक खेती जैसी गतिविधियों में सक्रिय रूप से संलग्न हैं।

निष्कर्ष
सीएम विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की महिलाएं आज आत्मनिर्भर, शिक्षित और सशक्त हो रही हैं। राज्य सरकार की नीतियों ने न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम किया है, बल्कि उन्हें समाज में भी सम्मानित स्थान दिलाया है। यह प्रदेश अब महिला सशक्तिकरण का आदर्श उदाहरण बनकर उभर रहा है।

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